MS Dhoni Trademark: पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, जिन्हें उनके शांत स्वभाव और असाधारण क्रिकेट प्रतिभा के लिए विश्वभर में पहचाना जाता है, ने अपनी पहचान का पर्याय बने उपनाम ‘कैप्टन कूल’ को ट्रेडमार्क करने का ऐतिहासिक कदम उठाया है। 5 जून 2025 को, धोनी ने अपनी प्रबंधन कंपनी रिथी स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से इस उपनाम के लिए ट्रेडमार्क आवेदन दायर किया। यह कदम न केवल उनकी ब्रांड वैल्यू को मजबूत करता है, बल्कि भविष्य में व्यावसायिक अवसरों की राह भी खोलता है।
‘कैप्टन कूल’ उपनाम क्रिकेट प्रशंसकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ चुका है। चाहे 2011 का विश्व कप फाइनल हो या तनावपूर्ण आईपीएल मुकाबले, धोनी ने हमेशा दबाव में संयम और सूझबूझ का परिचय दिया। यह उपनाम उनकी नेतृत्व शैली और व्यक्तित्व का प्रतीक बन गया है। अब, इस ट्रेडमार्क के जरिए धोनी इस पहचान को कानूनी रूप से सुरक्षित करने की दिशा में बढ़ रहे हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि इसका उपयोग केवल उनकी अनुमति से ही हो।
एक स्मार्ट व्यावसायिक रणनीति
यह कदम केवल भावनात्मक नहीं, बल्कि एक सुनियोजित व्यावसायिक रणनीति का हिस्सा है। ट्रेडमार्क धोनी को मर्चेंडाइजिंग, परिधान, एक्सेसरीज़, और डिजिटल उत्पादों जैसे क्षेत्रों में विस्तार करने का अवसर देगा। यह उनके ब्रांड को अनधिकृत उपयोग से बचाने के साथ-साथ उन्हें इसकी व्यावसायिक संभावनाओं का पूरा लाभ उठाने में सक्षम बनाएगा। चाहे वह स्टाइलिश कपड़ों की लाइन हो, स्पोर्ट्स अकादमी हो, या डिजिटल अनुभव, ‘कैप्टन कूल’ ब्रांड भविष्य में एक साम्राज्य बन सकता है।
वैश्विक सितारों से प्रेरणा
धोनी का यह कदम वैश्विक खेल हस्तियों की राह पर चलता है, जिन्होंने अपनी पहचान को व्यावसायिक साम्राज्य में बदला है। क्रिस्टियानो रोनाल्डो का ‘CR7’ ब्रांड कपड़े, सुगंध और होटल व्यवसाय तक फैला हुआ है। उसैन बोल्ट ने अपनी ‘लाइटनिंग बोल्ट’ मुद्रा को ट्रेडमार्क किया, जबकि सेरेना विलियम्स ने अपने नाम और लोगो के जरिए फैशन और व्यवसाय में सफलता हासिल की। माइकल जॉर्डन का ‘एयर जॉर्डन’ ब्रांड इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, जो रिटायरमेंट के बाद भी अरबों का राजस्व कमा रहा है। धोनी का ‘कैप्टन कूल’ भी ऐसी ही स्थायी विरासत बनाने की दिशा में एक कदम है।