Donald Trump व्हाइट हाउस में इजरायल के नेतन्याहू की मेजबानी करेंगे, अमेरिका गाजा युद्ध विराम के लिए बना रहा दबाव

Donald Trump: गाजा में जारी इजरायल-हमास युद्ध के बीच अमेरिका द्वारा युद्धविराम की अपील तेज कर दी गई है। इसी कड़ी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 7 जुलाई को व्हाइट हाउस में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मेजबानी करने जा रहे हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने इस प्रस्तावित मुलाकात की जानकारी दी है, हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा अभी नहीं की गई है।

Donald Trump:नेतन्याहू की वाशिंगटन यात्रा की पुष्टि

इजरायली प्रधानमंत्री के वरिष्ठ सलाहकार रॉन डर्मर इन दिनों वाशिंगटन में हैं और उन्होंने व्हाइट हाउस में शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात की है। ट्रम्प की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने सोमवार को पुष्टि की कि नेतन्याहू आगामी सोमवार को अमेरिका पहुंचेंगे। एक इजरायली अधिकारी ने भी रॉयटर्स को बताया कि यह मुलाकात तय है, जिसमें गाजा युद्ध, ईरान, सीरिया और क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा होगी।

गाजा में बढ़ते हमले और Donald Trump की शांति की अपील

इजरायल ने सोमवार को उत्तरी गाजा में हमले तेज कर दिए, ठीक एक दिन बाद जब राष्ट्रपति ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर युद्धविराम की सार्वजनिक अपील की थी। ट्रम्प ने लिखा, “गाजा में समझौता करें, बंधकों को वापस लाएं।” मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार को गाजा में इन हमलों में कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई।

कैरोलिन लेविट ने बताया कि ट्रम्प प्रशासन इजरायली सरकार के साथ लगातार संपर्क में है और राष्ट्रपति ट्रम्प की सबसे बड़ी प्राथमिकता गाजा में युद्ध समाप्त करना और हमास द्वारा पकड़े गए बंधकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना है।

युद्ध की शुरुआत और मानवीय संकट

यह युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ, जब हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसपैठ कर हमला किया था। इस हमले में 1,200 लोग मारे गए, जिनमें अधिकांश नागरिक थे, और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया था। यह इजरायल के इतिहास का सबसे घातक दिन बन गया। इसके बाद से गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाई और हमास की जवाबी हमलों ने हालात को गंभीर बना दिया है।

अमेरिका अब युद्ध के इस लंबे दौर को समाप्त करने के लिए दोनों पक्षों पर कूटनीतिक दबाव बना रहा है। राष्ट्रपति ट्रम्प जहां एक ओर इजरायल के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को बनाए रखे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर वह युद्ध विराम और मानवीय राहत सुनिश्चित करने की दिशा में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।