भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर आर. प्रज्ञानंदा ने क्रोएशिया में आयोजित उजचेस कप मास्टर्स 2025 का खिताब जीतकर एक नया इतिहास रच दिया है। आपको बता दे की केवल 19 वर्ष की आयु में उन्होंने ये कारनामा करके दिखाया है। जिसके बाद प्रज्ञानंदा भारत के नंबर 1 खिलाड़ी बन गए है।
टूर्नामेंट के आखिरी दिन उन्होंने काले मोहरों से खेलते हुए नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव को खेल में मात दे दी। इस जीत से उनकी लाइव रेटिंग 2778.3 तक पहुंच गई , इसके बाद उन्होंने मौजूदा विश्व चैंपियन डी. गुकेश 2776.6 और अर्जुन एरिगैसी 2775.7 को पीछे छोड़ दिया ।
इस उपलब्धि के बारे में प्रज्ञानंदा ने कहा,
“मैं सिर्फ एक अंक की वजह से भारत का नंबर एक खिलाड़ी बना हूं। इसलिए मैं इस रैंकिंग को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं हूं। मेरे लिए सबसे बड़ी बात यह है कि मैंने टूर्नामेंट जीता है। मैं एक बार में एक टूर्नामेंट पर ध्यान देता हूं, रेटिंग पॉइंट्स पर नहीं।”
विश्व स्तर पर भी मिली सराहना :
प्रज्ञानंदा की इस ऐतिहासिक उपलब्धि को देश ही नहीं बल्कि पुरे विश्व से सहारना मिली। विश्व नंबर 1 प्लेयर मैग्नस कार्लसन और विश्व नंबर हिकारू नाकामुरा ने भी उनकी प्रशंसा की। हाल ही में उन्हें सऊदी अरब के रियाद में आयोजित होने वाले ईस्पोर्ट्स वर्ल्ड कप 2025 के लिए टीम लिक्विड द्वारा भी चुना गया है।
अदाणी स्पोर्ट्सलाइन से मिला मजबूत समर्थन :
प्रज्ञानंदा ने अपने सफर में अदाणी स्पोर्ट्सलाइन द्वारा मिले समर्थन के लिए भी आभार जताया और लिखा की “पिछले एक साल से अदाणी समूह मेरे साथ है। शतरंज खिलाड़ियों को यात्रा, प्रशिक्षण और टीम तैयारियों में काफी खर्च करना पड़ता है। जब मैं अच्छा नहीं खेल रहा था, तब भी उन्होंने मेरा साथ दिया। यह मेरे लिए बेहद प्रेरणादायक था।”उन्होंने यह भी कहा कि खेलों में कॉरपोरेट सपोर्ट का बढ़ना एक सकारात्मक संकेत है और इससे भारतीय शतरंज को और मजबूती मिलेगी।