वो यूनिक मिठाई जिसे खाया नहीं पिया जाता है, गर्मी में देती है शरीर को ठंडक

Gulab Sakri Sweet: आपने कई तरह की मिठाइयों का स्वाद चखा होगा, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी मिठाई के बारे में बताएंगे जो आपको हैरान कर देगी। यह मिठाई खाने वाली नहीं बल्कि पीने वाली मिठाई है! गुलाब सकरी से मिलिए, उत्तर प्रदेश के बलिया में प्रचलित एक अनोखी और ताजगी देने वाली मिठाई। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।

गुलाब सकरी क्या है?
गुलाब सकरी कोई पारंपरिक मिठाई नहीं है जिसे आप चबाते हैं, बल्कि यह एक ऐसी मिठाई है जिसे आप पीते हैं। यह खास पीने लायक मिठाई बलिया में मशहूर है, जो अपने गर्म मौसम के लिए जाना जाता है और यह शरीर को ताजगी देने वाली ठंडक देती है। यह सिर्फ गर्मियों के महीनों में ही मिलती है और दूर-दूर से लोग इस अनोखी मिठाई का स्वाद लेने आते हैं।

बनाने की विधि
गुलाब सकरी बनाने की प्रक्रिया काफी मुश्किल है। इसे गुलाब की पंखुड़ियों, गुलाब जल, केवड़ा और चंदन जैसी सामग्री से बनाया जाता है, जो न केवल खुशबू देते हैं बल्कि ठंडक भी देते हैं। इन सामग्रियों को चीनी की चाशनी में मिलाया और परिष्कृत किया जाता है, फिर प्रोसेसड किया जाता है और एक सही तापमान पर ठंडा होने दिया जाता है। इसके बाद, मिश्रण को लकड़ी की छड़ी से पीटा जाता है, जिससे मिठाई बारीक कणों या ‘बुरादा’ (बारीक पाउडर) में टूट जाती है।

जब एक गिलास पानी में डाला जाता है, तो गुलाब सकरी जल्दी से घुल जाती है और कुछ ही मिनटों में, यह पानी को स्वादिष्ट स्वाद वाले, ठंडे पेय में बदल देती है। यह पेय शरीर को तुरंत तरोताजा और ठंडा करने के लिए जाना जाता है, जो इसे गर्म दिनों के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है।

गुलाब सकरी क्यों खास है?
गुलाब सकरी के बारे में सबसे अच्छी चीजों में से एक यह है कि इसे शरीर को ठंडा करने के लिए डिजाइन किया गया है, खासकर छाती के क्षेत्र को। इसके ठंडे गुण गर्मी की भीषण गर्मी से राहत देते हैं। गुलाब सकरी न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। इसमें गुलाब जल, केवड़ा जल और चंदन होता है, जो अपने सुखदायक और शांत प्रभावों के लिए जाने जाते हैं।

70 साल पुरानी परंपरा
दुकानदार अरुण कुमार के अनुसार, उनकी दुकान पर 70 से ज़्यादा सालों से गुलाब सकरी परोसी जा रही है। समय के साथ इस मिठाई ने काफी लोकप्रियता हासिल की है और जो लोग इसे एक बार चखते हैं, वे बार-बार इसे खाने के लिए आते हैं। गुलाब सकरी की कीमत उसकी गुणवत्ता के आधार पर अलग-अलग होती है। एक किस्म की कीमत 300 रुपये प्रति किलो है, जबकि दूसरी की 360 रुपये प्रति किलो है। कीमत में अंतर के बावजूद, लोग इसे खरीदने के लिए बेसब्री से लाइन में लगते हैं, खासकर गर्मियों के महीनों में।

यह कितने समय तक चलती है?
गुलाब सकरी न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि यह महीनों तक खराब भी नहीं होती है, जिससे यह गर्मियों के मौसम के लिए एक बेहतरीन मिठाई बन जाती है। इस समय इस मिठाई की बहुत ज़्यादा मांग होती है और यह आपको गर्मी से राहत ज़रूर पहुँचाती है।

आप इसे कहां से खरीद सकते हैं?
गुलाब सकरी को मुख्य बलिया जिले से लगभग 36 किलोमीटर दूर सिकंदरपुर के पास एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल जलपा कल्पा स्थान के पास स्थित कैलाश मिष्ठान भंडार और जलपान गृह में आसानी से पाया जा सकता है। यह दुकान सबसे अच्छी गुलाब सकरी परोसने के लिए जानी जाती है और आप यहां आकर इसके अनोखे स्वाद का आनंद ले सकते हैं।