सिर्फ अनलोम-विलोम से इन 6 बीमारियों को कहें ‘अलविदा’, हर रोज करने से मिलेगा गजब का फायदा!

योग की दुनिया में अनुलोम-विलोम प्राणायाम को सबसे आसान और असरदार अभ्यास माना जाता है। यह सिर्फ एक सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया नहीं, बल्कि शरीर और मन दोनों के लिए अमृत जैसा है। अगर इसे रोजाना सही तरीके से किया जाए, तो कई बीमारियां खुद-ब-खुद दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं कि अनुलोम-विलोम से कौन-कौन सी बीमारियों को जड़ से खत्म किया जा सकता है और इसे करने का सही तरीका क्या है।

1. अस्थमा और सांस संबंधी रोग

अनुलोम-विलोम फेफड़ों को मजबूत बनाता है और सांस लेने की प्रक्रिया को बेहतर करता है। जो लोग अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या एलर्जी से परेशान रहते हैं, उनके लिए यह अभ्यास रामबाण की तरह है।

2. डायबिटीज

यह प्राणायाम शरीर में ऑक्सीजन के प्रवाह को संतुलित करता है और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। इससे पैंक्रियाज को भी बेहतर तरीके से काम करने का मौका मिलता है, जो इंसुलिन के उत्पादन में सहायक होता है।

3. हाई बीपी और हृदय रोग

अनुलोम-विलोम से मन शांत रहता है, जिससे तनाव और ब्लड प्रेशर दोनों नियंत्रित रहते हैं। यह दिल की धड़कनों को भी सामान्य बनाए रखता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।

4. डिप्रेशन और एंग्जायटी

सांसों के सही तालमेल से मस्तिष्क को ऑक्सीजन अच्छी मात्रा में मिलती है, जिससे मानसिक तनाव, डिप्रेशन और चिंता कम होती है। यह मूड बेहतर करने में भी मदद करता है।

5. स्किन प्रॉब्लम्स

जब शरीर में टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं, तो त्वचा पर निखार आने लगता है। अनुलोम-विलोम शरीर को डिटॉक्स करता है जिससे मुंहासे, दाग-धब्बे और एलर्जी की समस्या धीरे-धीरे खत्म होने लगती है।

6. पाचन तंत्र की गड़बड़ी

इस प्राणायाम से पाचन तंत्र मजबूत होता है। गैस, एसिडिटी, कब्ज जैसी समस्याएं धीरे-धीरे ठीक हो जाती हैं।