भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का ताज हेंमंत खंडेलवाल के सर पर सजा, बीजेपी कार्यालय पर जोरदार जश्न

सीएम डॉ. मोहन यादव की पहली पसंद हेमंत खंडेलवाल को एमपी बीजेपी का नया चेहरा बनाया गया है।  हेमंत खंडेलवाल, के नाम की  चुनाव अधिकारी धर्मेंन्द्र प्रधान ने भाजपा कार्यालय भोपाल पर घोषणा की।  बता दें कि भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खडेंलवाल बैतूल के विधायक है।
आज बुधवार 2 जुलाई को इसकी घोषणा की गई है। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के अधिकारी धमेन्द्र प्रधान ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि मै यहां चुनाव कराने आया था। जब मैं यहां पर नामांकन  लेन बैठा तो यहां  एक ही नामांकन आया। जो हेमंत खंडेलवाल का था। जिसकी जांच में किसी भी प्रकार की त्रुटी नहीं पाई गई । इसके बाद इनका नाम तय किया गया। इसी के साथ चुनाव अधिकारी ने हेमंत खंडेलवाल के व्यक्तितगत व्यवहार की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

प्रधान ने दो बार दिया नेताओं को नामांकन का मौका
पार्टी मुख्यालय में नामांकन के लिए मंच पर निर्वाचन अधिकारी विवेक शेजवलकर, चुनाव अधिकारी धर्मेंद्र प्रधान और पर्यवेक्षक सरोज पांडे बैठी थीं। खंडेलवाल के नामांकन के बाद प्रधान ने दो बार नेताओं से नामांकन का आह्वान किया, पर कोई आगे नहीं आया।

यह है प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल का परिचय
03/09-1964 को मथुरा में जन्म, पश्चिम बंगाल में शादी, शिक्षा-बी.कॉम-एलएलबी। ऑटोमोबाइल और निर्माण कारोबार। कृषि-डेयरी और समाज सेवा में विशिष्ट पहचान।

पिता विजय खंडेलवाल सांसद रहे। उनके निधन के बाद 2008-09 में उपचुनाव में सांसद बने।

2013-18: बैतूल से विधायक, 2023 से विधायक।

2010-13 में बैतूल जिपं अध्यक्ष।

2019 लोकसभा चुनाव में प्रदेश चुनाव प्रभारी।

2021 में पश्चिम बंगाल चुनाव में प्रवासी कार्यकर्ता का जिम्मा।

2024 लोस चुनाव में प्रदेश संयोजक

कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट अध्यक्ष हैं।

2022 में यूपी विधानसभा चुनाव में 61 विधानसभा क्षेत्रों में प्रवासी कार्यकर्ता प्रभारी

भाजपा में संगठन चुनाव एक परम्परा
भाजपा में संगठन चुनाव की एक परंपरा है।  चुनाव अधिकारी धर्मेंन्द्र प्रधान ने  कहा कि यह भाजपा के संस्कार हेै कि यहां पर जब एक व्यक्ति का नाम तय हो जाता है तो कोई भी इससे आगे नहीं आता है। जिस पर सब अपना समर्थन देते है। भाजपा में संगठन के चुनाव एक मिसाल साबित करते है।

वीडी शर्मा ने बुथ मैनेजमेंट  के बारे में दी जानकारी
यहां आयोजित कार्यक्रम में पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सभी को संबोधित करते हुए प्रदेश में बुथ मैनेजमेंट के बारे में जानकारी देते हुए कार्यकर्ताओं का आह्वन किया। इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को पुरे जोश के साथ सहयोग करने की बात कही।

बीजेपी ने हेमंत खंडेलवाल को क्यों चुना?
हेमंत खंडेलवाल किसी अचानक उभरे नेता नहीं, बल्कि संगठन की परख और परिपक्वता का उदाहरण हैं. वह संगठन के अंदर लंबे समय से सक्रिय हैं. कभी प्रदेश कोषाध्यक्ष, कभी कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट के प्रमुख, तो कभी आरएसएस के प्रकल्पों से सीधे जुड़ाव.
हेमंत के पिता बीजेपी के कद्दावर नेता थे
हेमंतखंडेलवाल का जन्म 3 सितंबर 1964 को मथुरा में हुआ, बैतूल के जेएच गवर्नमेंट कॉलेज से उन्होंने बी.कॉम और फिर और एलएलबी की पढ़ाई की. उनके पिता विजय कुमार खंडेलवाल बीजेपी के कद्दावर नेता थे जो सांसद भी रहे, पत्नी रितु खंडेलवाल पश्चिम बंगाल से हैं. हेमंत खंडेलवाल को राजनीति विरासत में मिली, लेकिन उन्होंने इसे केवल पारिवारिक पहचान तक सीमित नहीं रखा. उन्होंने इसे संगठनात्मक अनुभव और सादगीपूर्ण नेतृत्व में बदला. हेमंत खंडेलवाल की लो-प्रोफाइल छवि, संयमित भाषण शैली, और सामाजिक मुद्दों पर सक्रियता ने उन्हें इस पद के लिये सर्वमान्य बना दिया.

क्षेत्रीय-सामाजिक संतुलन साधने की कोशिश
साल 2008 में पिता के निधन के बाद बीजेपी ने उन्हें बैतूल से लोकसभा उपचुनाव में टिकट दिया, जहां उन्होंने जीत दर्ज की. हेमंत खंडेलवाल के चयन से बीजेपी ने न केवल एक अनुभवी और संगठन-प्रिय नेता को चुना है, बल्कि क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन को भी साधने की कोशिश की है. मुख्यमंत्री ओबीसी वर्ग से आते हैं, जबकि खंडेलवाल सामान्य वर्ग से हैं , इससे जातीय संतुलन भी बना रहता है.