Eco friendly sculptures : गणेशोत्सव नजदीक है और इसकी तैयारियां भी इंदौर शहर में जोरो शोरों से चल रही है। आपको जानकार हैरानी होगी कि इस साल इंदौर में रेस्क्यू किए गए 27 भिक्षुक भगवान गणेश की सुंदर इको फ्रेंडली मूर्तियां तैयार कर रहे है।
आपको बता दें कि रेस्क्यू किए गए इन भिक्षुको में से कुछ मानसिक तौर पर बीमार भी थे और कुछ नशे के आदि भी थे और कुछ अपराधों से लिप्त भी थे। रेस्क्यू के बाद एक संस्था के माध्यम से इनका इलाज करवाया गया। जिसके बाद इन्हें जीने के तौर-तरीके सिखाकर रोजगार के ले प्रेरित किया गया।
बहरहाल, नजीता ये मिला कि गणेश उत्सव आने से पहले 2 महीने के पहले ही इन भिक्षुकों ने अभी तक 7 हजार से ज्यादा गणेश प्रतिमाएं बनाकर तैयार करली है। बता दें कि 27 अगस्त को इस बार गणेश चतुर्थी है, जिसके मद्देनजर तैयारियां चल रही है।
आपको बता दें कि परदेशी पुरा में स्थित संस्था ‘प्रवेश’ में ये इको फ्रेंडली मूर्तियां बनाई जा रही है। जिन्हें गोशालाओ के गोबर से बनाया गया है, जो कि अलग-अलग आकार और अलग-अलग वजन में खूबसूरती से बनाई गई है।
आपको बता दें कि इंदौर जिला प्रशासन में सन् 2022 से प्रवेश ‘प्रवेश’ को भिखारियों का रेस्क्यू कर पुनर्वास करने का जिम्मा सौंपा है। ये संस्था विगत 3 साल से रेस्क्यू में जुटी है। वहीं इस साल 2025 में इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह के सख्त निर्देशों के अनुसार शहर को भिक्षुक मुक्त बनाना ही है और इसके चलते तेजी से भिक्षुको को पकड़ने का अभियान चलाया गया।
प्रवेश संस्था की अध्यक्ष रूपाली जैन के अनुसार उनके केंद्र पर अभी 93 भिक्षुक है और इन्हें रोजगार मिले, इसलिए इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं बनाने का प्लान तैयार किया गया।