AICWA ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, पाकिस्तानी कलाकारों की डिजिटल उपस्थिति पर प्रतिबंध की मांग

2 जुलाई 2025 को, अखिल भारतीय सिने कामगार संघ (AICWA) ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक औपचारिक पत्र लिखकर पाकिस्तानी कलाकारों और मनोरंजन से संबंधित संस्थाओं की भारत में डिजिटल और मीडिया उपस्थिति पर पूर्ण और स्थायी प्रतिबंध लगाने की मांग की। यह अपील हाल ही में कुछ पाकिस्तानी कलाकारों के सोशल मीडिया खातों के भारत में फिर से दृश्यमान होने के बाद की गई है, जिसे AICWA ने आतंकवाद के शिकार लोगों के परिवारों के लिए “भावनात्मक हमला” और “हमारे शहीद सैनिकों के बलिदान का अपमान” करार दिया है।

पृष्ठभूमि और AICWA का रुख

AICWA ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल के माध्यम से एक बयान जारी किया, जिसमें पाकिस्तानी अभिनेताओं जैसे मावरा होकेन और युमना जैदी के सोशल मीडिया खातों और कई पाकिस्तान-आधारित मनोरंजन चैनलों की भारत में उपस्थिति पर चिंता व्यक्त की गई। संगठन ने 26/11, पुलवामा, उरी और पहलगाम जैसे आतंकी हमलों का हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद के लिए जिम्मेदार है। AICWA का कहना है कि पाकिस्तानी कलाकारों की डिजिटल उपस्थिति न केवल एक तकनीकी मुद्दा है, बल्कि यह उन भारतीयों के लिए एक भावनात्मक आघात है जिन्होंने आतंकवादी हमलों में अपने प्रियजनों को खोया है।

AICWA ने यह भी उल्लेख किया कि पाकिस्तान ने पुलवामा हमले के बाद से अपने देश में भारतीय फिल्मों और सामग्री पर प्रतिबंध लगा रखा है। संगठन ने सवाल उठाया कि जब पाकिस्तान भारतीय सांस्कृतिक सामग्री को अपने देश में प्रतिबंधित करता है, तो भारत में पाकिस्तानी कलाकारों को डिजिटल मंचों पर क्यों अनुमति दी जानी चाहिए। 

AICWA: मांगें और सुझाव

पाकिस्तानी सोशल मीडिया खातों और चैनलों पर राष्ट्रव्यापी डिजिटल ब्लैकआउट: संगठन ने सभी पाकिस्तानी कलाकारों और मनोरंजन चैनलों के सोशल मीडिया खातों को भारत में पूरी तरह से ब्लॉक करने की मांग की।

भविष्य में सहयोग पर प्रतिबंध: AICWA ने भारतीय मीडिया, ओटीटी प्लेटफॉर्म और विज्ञापन उद्योग में पाकिस्तानी नागरिकों के साथ किसी भी तरह के भविष्य के सहयोग पर स्थायी रोक लगाने की वकालत की।

पाकिस्तान के साथ सांस्कृतिक संबंध विच्छेद: संगठन ने भारत और पाकिस्तान के बीच पूर्ण सांस्कृतिक डिस्कनेक्ट की मांग की, जिसे भारतीय सशस्त्र बलों और शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में देखा जा सकता है।