संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त, 2025 तक आयोजित किया जाएगा। संसदीय कार्य मंत्रालय ने एक आधिकारिक अधिसूचना जारी कर पुष्टि की है कि स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्थाओं के चलते 13 और 14 अगस्त को संसद की कोई बैठक नहीं होगी। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस सत्र के आयोजन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
रिजिजू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “भारत की राष्ट्रपति ने 21 जुलाई से 21 अगस्त, 2025 तक संसद का मानसून सत्र बुलाने के सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों के कारण 13 और 14 अगस्त को कोई बैठक नहीं होगी।”
The Hon’ble President of India has approved the proposal of the Government to convene the Monsoon Session of Parliament from 21st July to 21st August, 2025. In view of the Independence Day celebrations, there will be no sittings on the 13th and 14th of August. pic.twitter.com/ReWs8T7Czk
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) July 2, 2025
बजट सत्र का समापन और हालिया विधायिका पारित बिल
इस साल का बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू हुआ था और 4 अप्रैल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इस सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए थे। इनमें वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को सुधारने के लिए वक्फ संशोधन विधेयक, 2025, और सहकारी शिक्षा और अनुसंधान के लिए त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय विधेयक, 2025 जैसे कानून प्रमुख थे। इसके अलावा, विदेशियों के पंजीकरण और वीजा प्रक्रियाओं को सरल बनाने के लिए आव्रजन और विदेशी विधेयक, 2025 भी पारित हुआ।
आने वाले मानसून सत्र में इन मुद्दों पर होगी चर्चा
मानसून सत्र में विपक्षी दलों द्वारा प्रमुख मुद्दों पर बहस की उम्मीद है, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर और कश्मीर में हालिया घटनाएँ विशेष रूप से शामिल हो सकती हैं। सरकार द्वारा प्रस्तावित विधेयकों और सुरक्षा मामलों पर भी गहन विचार-विमर्श हो सकता है। यह सत्र संसद के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, क्योंकि इसमें सुरक्षा, राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर गंभीर बहस की संभावना है।