मध्यप्रदेश के शिक्षा हब इंदौर से एक और गर्व का क्षण सामने आया, जब नरसी मोंजी यूनिवर्सिटी (NMIMS) इंदौर के बीबीए प्रथम वर्ष के छात्र, तनिश कुमार राठौर को थाईलैंड की प्रसिद्ध क्रिर्क यूनिवर्सिटी (QS Star Rated University) द्वारा एक महीने की अंतरराष्ट्रीय ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप के लिए चुना गया।
इस इंटर्नशिप का आयोजन 4 जून 2025 से 2 जुलाई 2025 तक हुआ था। समारोह के समापन पर, तनिश को उनके उत्कृष्ट कार्य और वैश्विक दृष्टिकोण के लिए सम्मानित किया गया।
क्रिर्क यूनिवर्सिटी द्वारा तनिश की प्रशंसा
समारोह में क्रिर्क यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ अधिकारियों ने तनिश की कार्यशैली, सीखने की जिज्ञासा और अंतरराष्ट्रीय माहौल में सामंजस्य बनाने की क्षमता की सराहना की। तनिश ने इस अनुभव से अंतरराष्ट्रीय कॉर्पोरेट कल्चर, टीम वर्क, ग्लोबल प्रोटोकॉल, और लीडरशिप के महत्वपूर्ण पहलुओं को सीखा, जो उनके व्यक्तिगत और शैक्षणिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। विश्वविद्यालय के वाइस प्रेसिडेंट प्रो. डॉ. जरान मालुलीम, ब्रिटिश इंटरनेशनल कॉलेज के डीन डॉ. जॉन वॉल्श, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने तनिश के प्रयासों की सराहना की।
अंतरराष्ट्रीय छात्रों के बीच तनिश की पहचान
क्रिर्क यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने यह बताया कि तनिश का समर्पण, अनुशासन और प्रस्तुति ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय छात्रों के बीच एक विशेष पहचान दिलाई। इस दौरान उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने NMIMS इंदौर और भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों की वैश्विक साझेदारी की सराहना की, और भविष्य में अधिक अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक सहयोग की संभावनाओं की बात की।
इंदौर के विश्वविद्यालयों के बीच बढ़ता अंतरराष्ट्रीय सहयोग
इस कार्यक्रम में भारत के कॉलेजों के इंटरनेशनल अफेयर्स विभाग के निदेशक, डॉ. रवींद्र पाठक (मेडिकैप्स यूनिवर्सिटी, इंदौर) को भी आमंत्रित किया गया था। इस पहल के माध्यम से इंदौर के विश्वविद्यालयों के बीच भविष्य में और मजबूत अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक सहयोग की उम्मीद जताई गई है।
तनिश कुमार राठौर को सम्मान और पुरस्कार
कार्यक्रम के अंत में, तनिश कुमार राठौर को क्रिर्क यूनिवर्सिटी की ओर से एक प्रमाण पत्र, प्रशस्तिपत्र और विशेष स्मृति चिह्न प्रदान किया गया। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय अपने शिक्षकों, परिजनों और मार्गदर्शकों को दिया और कहा कि यह अनुभव उनके जीवन को एक वैश्विक दृष्टिकोण देगा, जो उन्हें अपने भविष्य के लक्ष्यों की ओर अग्रसर होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
तनिश कुमार राठौर की यह सफलता इंदौर और भारत के शिक्षा क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। उनके जैसे छात्र न केवल अपने देश का नाम विदेशों में रोशन कर रहे हैं, बल्कि वे यह भी साबित कर रहे हैं कि भारतीय शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता और युवाओं का वैश्विक मंच पर सशक्त होना एक महत्वपूर्ण संकेत है।