राजनाथ सिंह : भारत और अमेरिका अगले दस सालों के लिए एक नई रक्षा साझेदारी की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे दोनों देशों के बीच सुरक्षा, तकनीक और सैन्य सहयोग मजबूत होगा। इसी के तहत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने फोन पर बातचीत की और इस समझौते पर सहमति जताई। यह समझौता दोनों देशों के बीच रणनीतिक रिश्तों को आगे बढ़ाएगा और इसे इस साल होने वाली अगली बैठक में औपचारिक रूप से साइन किया जाएगा।
तेजस फाइटर जेट के लिए इंजन सप्लाई में तेजी की मांग : राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने अमेरिका से कहा कि वह तेजस लड़ाकू विमान में लगने वाले जीई एफ404 इंजन की डिलीवरी जल्दी करे। इंजन की देरी के कारण एचएएल समय पर भारतीय वायुसेना को तेजस मार्क-1ए विमान नहीं दे पाया है। उन्होंने अमेरिका की जीई कंपनी और भारत की एचएएल के बीच एफ414 इंजन के संयुक्त निर्माण के समझौते को भी जल्द पूरा करने की बात कही, ताकि भविष्य की जरूरतों को समय पर पूरा किया जा सके।
जयशंकर-हेगसेथ बैठक: अमेरिका ने भारत को बताया अहम रक्षा सहयोगी
अमेरिका ने कहा है कि वह भारत को दक्षिण एशिया में अपना सबसे अहम रक्षा साझेदार मानता है। दोनों देशों ने रक्षा उपकरणों की बिक्री, सेना के अभ्यास, प्रशिक्षण और रक्षा उद्योगों में सहयोग बढ़ाने पर बात की। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने वॉशिंगटन में अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से मुलाकात की। उन्होंने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा चुनौतियों से मिलकर निपटने और रक्षा संबंधों को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। साथ ही, 2025 में पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा तय रक्षा लक्ष्यों की प्रगति की समीक्षा भी की गई और सहयोग को मजबूत करने की योजना बनी।
भारत-अमेरिका ने 10 साल की रक्षा साझेदारी को दी मंजूरी, अमेरिकी रक्षा मंत्री ने की पुष्टि
अमेरिकी रक्षा मंत्री हेगसेथ ने कहा कि भारत और अमेरिका इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर मिलकर काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत को जरूरी तकनीक और रक्षा उपकरण देने के लिए तैयार है। हेगसेथ ने उम्मीद जताई कि भारत से जुड़े बड़े रक्षा सौदे जल्द पूरे होंगे। जयशंकर और हेगसेथ ने अगले 10 सालों के लिए नई रक्षा योजना पर सहमति जताई है। दोनों अगली INDUS-X बैठक में मिलकर नई तकनीक और रक्षा उत्पादन पर काम करेंगे।