मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ के मरवाही वन क्षेत्र से लगातार हाथी मध्यप्रदेश के अनूपपुर में प्रवेश कर रहे है। आमतौर पर, ये हाथी छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के बीच विचरण करते रहते हैं, और कभी-कभी अनूपपुर जिले में प्रवेश कर जाते हैं. यह स्थिति ग्रामीणों के लिए चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि हाथी फसलों और घरों को नुकसान पहुंचाते हैं। एक बार फिर डिंडौरी जिले में हाथियों ने आतंक मचाना शुरू कर दिया है। बुधवार को हाथियों ने दो ग्रामीणों के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। वन विभाग ने हाथियों की गतिविधियों पर निगरानी के लिए टीम सक्रिय कर दी है और ग्रामीणों को सतर्क रहने की समझाइश दी जा रही है। हाथियों द्वारा क्षतिग्रस्त किए गए घरों के ग्रामीणों को मुआवजा दिए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। वन परिक्षेत्र डिंडौरी अंतर्गत ग्राम बसनिया से लगे जंगल में अनूपपुर जिले की ओर से आए हाथी का झुंड चहल कर रहा है जिसमें हाथी किसानों के घर तो निशाना बना रहे है।
कच्चे मकानों को किया तहस-नहस
हाथियों ने ग्राम भलवारा में ग्रामीण राय सिंह और ग्राम खाल्हे भवरखंडी में राजकुमारी नामक एक महिला के कच्चे घर को क्षतिग्रस्त कर दिया। हाथियों द्वारा क्षतिग्रस्त किए गए घरों के ग्रामीणों को मुआवजा दिए जाने की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
हाथियों के आने पर फोड़े पटाखे
ग्रामीणों ने पटाखे फोड़कर हाथियों को गांव से दूर भागने के प्रयास किया। लेकिन ग्रामीणों को यह डर भी सता रहा था कि यदि हाथी पटाखों की आवाज से यदि गुस्से में आ गए तो पुरे गांव और फसल को तहस नहस कर देंगे। वन परिक्षेत्र के रेंजर सुदीप मिश्रा की माने तो हाथी के झुंड की गतिविधि पर निगरानी के लिए वन विभाग टीम सक्रिय हैं। ये टीमें हाथियों की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। ग्रामीणों को सतर्क रहने की समझाइश भी दी जा रही है।
हर साल मचा रहे हाथी आतंक
गुरुवार की सुबह एक बार फिर हाथी का झुंड ग्राम भवरखंडी और जोहिला नदी के आसपास नजर आ रहा है। संभावना जताई जा रही हैं कि हाथी अनूपपुर जिले की तरफ भी जा सकते है। गौरतलब है कि हाथी का झुंड पिछले कुछ साल से जिले में दस्तक दे रहे है। जिले के वन परिक्षेत्र करंजिया, समनापुर इलाके में हर वर्ष हाथियों के आतंक से ग्रामीणों के घर, फसल को काफी नुकसान हाथियों द्वारा पहुंचाया जा रहा है।