अपना दल : अपना दल (एस) से निकाले गए बागी नेताओं ने पार्टी के खिलाफ खुलकर बोलना शुरू कर दिया है। अब पार्टी ने भी उनके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। करीब तीन साल पहले निकाले गए ब्रजेंद्र सिंह पटेल और बौद्ध अरविंद पटेल के खिलाफ पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आरपी गौतम ने पत्र में मांग की है कि ब्रजेंद्र की पत्नी को अपर शासकीय अधिवक्ता और बौद्ध को पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य पद से हटाया जाए, क्योंकि ये पद अपना दल (एस) कोटे से मिले थे।
बागी नेताओं ने अनुप्रिया और आशीष पटेल पर लगाए गंभीर आरोप
मंगलवार को बागी नेताओं ने अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल और कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल पर गंभीर आरोप लगाते हुए खुला विरोध जताया। उन्होंने ‘अपना मोर्चा’ नाम से एक नए संगठन की घोषणा की और खुद को असली अपना दल बताया। इस पर पार्टी ने कड़ा रुख अपनाया है। प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि ये नेता पार्टी विरोधी कामों और अनुशासनहीनता में शामिल रहे हैं, इसलिए तीन साल पहले ही इन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था। अब इन पर आगे की कार्रवाई करने की मांग की गई है।
बिना पार्टी की मंजूरी के मोनिका और अरविंद पटेल को फिर से मिला पद
पार्टी ने कहा है कि बिना विश्वास में लिए ही मोनिका आर्या को फिर से अपर शासकीय अधिवक्ता और बौद्ध अरविंद पटेल को पूर्वांचल विकास बोर्ड का सदस्य बना दिया गया। यह फैसला पार्टी को बिना जानकारी दिए किया गया है। पत्र में लिखा गया है कि गठबंधन की भावना का सम्मान करते हुए इन दोनों को हटाया जाए। अपना दल (एस) ने मांग की है कि पार्टी कोटे से मिले इन पदों पर अब नए और सक्रिय कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाए, ताकि गठबंधन में संतुलन और कार्यकर्ताओं का मनोबल बना रहे।