अवैध कॉलोनाइजरों पर ‘संपदा-2.0’ का डिजिटल वार! अब न चोरी-छिपे रजिस्ट्री, न ही नकली कागज़ों की घुसपैठ

मध्यप्रदेश में अब भूमाफियाओं को अब अपनी प्रापर्टी बेचने में पसीने आने वाले है। इसके साथ ही इंदौर में प्रापर्टी के दाम और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। या इसके विपरीत कोई शार्टकट भी अवैध भूमाफिया खोज सकते है। अब तक प्रापर्टी की फर्जी रजिस्ट्री करवाने वालो पर नकेल कसने वाली है।  दाल नहीं गल रही है! वजह है  संपदा-2.0 सॉफ्टवेयर, जो तकनीक के दम पर अवैध कॉलोनियों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर रहा है। अब न चोरी-छिपे रजिस्ट्री, न ही नकली कागज़ों की घुसपैठ। सिस्टम इतना पुख्ता हो चुका है कि भूमाफिया चाहकर भी अब प्रॉपर्टी बेच नहीं पा रहे।

खसरा नंबर डालो… और राज़ खोलते चले जाओ!
संपदा-2.0 में जैसे ही आप खसरा नंबर एंटर करते हैं, प्रॉपर्टी की पूरी कुंडली स्क्रीन पर उभर आती है कि किसकी ज़मीन है, कहाँ है, पहले किसने खरीदी-बेची, और बेचने वाले के पास कानूनी मंज़ूरी थी या नहीं। हर चीज़ एक क्लिक में सामने आ जाएगी। जिससे अब जमीनों की हेराफेरी करने पर लगाम लग सकती है।

अवैध कॉलोनियों की रजिस्ट्री अटकी
अब हालात ऐसे हैं कि अवैध कॉलोनियों में खरीदी गई ज़मीन की रजिस्ट्री ही नहीं हो पा रही। क्योंकि संपदा-2.0 ने रजिस्ट्री प्रक्रिया को 100% डिजिटल और दस्तावेजों पर आधारित बना दिया है। ज़रा सी भी कमी हुई, तो सिस्टम खुद ही रजिस्ट्री ब्लॉक कर देता है।

अप्रैल 2025 से लागू हुआ ‘संपदा-2.0
मध्यप्रदेश के सभी 55 जिलों में अप्रैल 2025 से संपदा-2.0 लागू कर दिया गया है। अब रजिस्ट्री सिर्फ ऑनलाइन होगी और वो भी उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर जो सिस्टम के अनुसार मान्य हों। अब रजिस्ट्री कराने के लिए इन दस्तावेज़ों की आवश्यकता पड़ेगी जिसमें टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (T&CP) से अनुमति, डायवर्जन प्रमाणपत्र, अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC), लेआउट प्लान, मूलभूत सुविधाओं का शपथपत्र अगर इनमें से एक भी दस्तावेज गायब है, तो रजिस्ट्री नहीं, सिर्फ निराशा मिलेगी।

50+ अवैध कॉलोनियों की पहचान!
राजधानी भोपाल में संपदा-2.0 की बदौलत अब तक 50 से ज़्यादा अवैध कॉलोनियों को ट्रैक कर लिया गया है। इसके बाद कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देश पर एसडीएम हूजूर और कोलार ने कार्रवाई शुरू की। अवैध कॉलोनाइजरों को नोटिस दिए गए, और दस्तावेज़ न देने पर उन पर शिकंजा कस दिया गया।

रजिस्ट्री ID से मिलेगी हर जानकारी!
इस सॉफ्टवेयर में रजिस्ट्री की ID से प्रॉपर्टी की पूरी जानकारी सामने आ जाएंगी। जैसे जमीन का कौन खरीदार और विक्रेता की जानकारी भी मिलेगी इसके साथ ही भूखंड/फ्लैट का आकार, लोकेशन, मंज़िल, कॉर्नर प्लॉट या नहीं सब कुछ साफ-साफ सामने आ जाता है।