इंदौर में मेट्रो शुरू हुए एक मही अधिक का समय हो गया है। इतनी कम समय में ही यात्रियों की संख्या कम होती जा रही है। जी हां! आपको बता दे की जब मेट्रो शुरू हुई थी तब यात्रियों की संख्या प्रतिदिन 25 हजार से अधिक बताई जा रही थी।लेकिन अब ये आकड़ा घट कर 500 से भी कम होता नजर आ रहा है, हलाकि की ये संख्या वीकएंड्स में बड़कर 1000 हो जाती है, लेकिन फिर ये आकड़ा पहले के मुकाबले काफी कम है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है की क्या इंदौर के लोग मेट्रो से ऊब गए है ?या फिर यहा के लोगो मेट्रो से ज्यादा सिटी बस ओर ऑटो में ट्रेवल करना ज्यादा सुविधाजनक लगता है ?
सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक चलाई जैफग्गी इंदौर मेट्रो
इन सवालो का कोई सटीक उत्तर अभी फ़िलहाल किसी के पास नहीं है।लेकिन घटते यात्रिओ की संख्या देख मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने इंदौर मेट्रो की व्यवस्था को बदलने के आदेश दिए है। अब मेट्रो का समय यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बदल दिया गया है।बता दे की बदलाव के तहत मेट्रो का संचालन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक किया जा रहा है। वहीं, हर 1 घंटे में मेट्रो चलाई जाती है।शुरुआती दोर में मेट्रो सुबह 8 बजे से रात के 8 बजे तक चलाई जाती थी. जो की हर 15 मिनट में चलाई जाती थी।
मेट्रो का शुरुआती दौर
31 मई से इंदौर मेट्रो की शुरुआत हुई थी जिसका शुभांरभ हमारे देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। जिसके बाद एक सप्ताह के लिए इंदौर मेट्रो को आम नागरिको के लिए मुफ्त में चलाया गया था।एक जानकारी के अनुसार 31 मई से 21 जून तक इंदौर मेट्रो में करीब 1लाख से अधिक लोगो ने यात्रा की है। बता दे की अब तक यात्रियों को 75 और 50 प्रतिशत किराए में रियायत दी जा चुकी है।इतनी रियायते देने के बावजूद उसके बाद भी यात्रियों की संख्या घटती जा रही है। ये मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के लिए चिंता का विषय है।