शुभमन गिल ने मचाया तहलका, कोहली के 4 रिकॉर्ड तोड़कर जड़ा अब तक का सबसे बड़ा स्कोर

भारतीय टेस्ट टीम के युवा कप्तान शुभमन गिल हर मैच के साथ खुद को एक परिपक्व और विस्फोटक लीडर के रूप में साबित कर रहे हैं। लीड्स में कप्तानी डेब्यू करते हुए शतक जड़ने वाले गिल ने एजबेस्टन टेस्ट में अपनी बल्लेबाजी को एक नए मुकाम तक पहुंचाया।

गिल ने न सिर्फ दोहरा शतक ठोका, बल्कि एक ही पारी में विराट कोहली के चार बड़े रिकॉर्ड भी तोड़ डाले। टेस्ट इतिहास में बतौर भारतीय कप्तान उनका यह प्रदर्शन अब तक का सबसे बड़ा स्कोर बन गया है।

एजबेस्टन में पहला दोहरा शतक, बना इतिहास

2 जुलाई से बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर शुरू हुए दूसरे टेस्ट मैच में गिल ने अपने लीड्स प्रदर्शन को और बेहतर कर दिखाया। पहले ही दिन शतक पूरा करने वाले इस युवा कप्तान ने इस बार कोई चूक नहीं की और टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक जड़ दिया। गिल इसी के साथ इंग्लैंड की धरती पर दोहरा शतक लगाने वाले पहले एशियाई कप्तान बन गए। इतना ही नहीं, वह इंग्लैंड में डबल सेंचुरी लगाने वाले भारत के सिर्फ तीसरे बल्लेबाज भी बने।

एक ही पारी में विराट कोहली के चार रिकॉर्ड ध्वस्त

गिल की यह ऐतिहासिक पारी न सिर्फ उनके करियर के लिए मील का पत्थर है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी बेहद खास बन गई, क्योंकि उन्होंने अपने आदर्श विराट कोहली के चार बड़े रिकॉर्ड एक ही पारी में तोड़ दिए:

  • एजबेस्टन में सबसे बड़ा स्कोर: जैसे ही गिल ने 150 रन का आंकड़ा पार किया, उन्होंने कोहली के 2018 में बनाए 149 रन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
  • इंग्लैंड में भारतीय कप्तान का सबसे बड़ा स्कोर: कोहली ने 2018 में कप्तान के तौर पर 149 रन बनाए थे। गिल की इस पारी ने उसे भी पीछे कर दिया।
  • इंग्लैंड के खिलाफ बतौर कप्तान सबसे बड़ी भारतीय पारी: कोहली का 235 रन (2016, मुंबई) का रिकॉर्ड भी गिल के बल्ले के सामने ढेर हो गया।
  • किसी भी भारतीय कप्तान द्वारा खेली गई सबसे बड़ी टेस्ट पारी: कोहली ने 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 254 रन बनाए थे, मगर गिल ने अब यह रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।

भारतीय क्रिकेट को मिला नया टेस्ट लीडर

शुभमन गिल की इस पारी ने यह साफ कर दिया है कि भारतीय क्रिकेट को भविष्य के लिए एक निडर, तकनीकी रूप से मजबूत और प्रेरक कप्तान मिल चुका है। गिल की बल्लेबाजी में आत्मविश्वास के साथ-साथ रणनीतिक समझ भी झलकती है, जो उन्हें एक बेहतरीन कप्तान बनाती है। विराट कोहली जैसे दिग्गज की उपलब्धियों को पीछे छोड़ना कोई आसान काम नहीं, लेकिन गिल ने ये कर दिखाया और वो भी इतनी कम उम्र में।