Israel Iran War: ईरान की राजधानी तेहरान में इजरायली हवाई हमलों ने एक बार फिर तनाव को चरम पर पहुंचा दिया है। ईरानी मीडिया ने हाल ही में एक सीसीटीवी फुटेज जारी किया, जिसमें दावा किया गया कि तेहरान की व्यस्त सड़कों पर इजरायल ने दो एक साथ हमले किए। इस वीडियो में सड़कों पर चल रहे वाहनों और इमारतों के बीच दो जोरदार धमाके दिखाई दे रहे हैं, जिसके बाद गाड़ियां हवा में उछलती नजर आईं और मलबे का गुबार चारों ओर फैल गया।
हालांकि, इस फुटेज की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन सोशल मीडिया पर यह तेजी से वायरल हो रहा है।ये कथित हमले इजरायल डिफेंस फोर्सेस (IDF) द्वारा ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत किए गए 12 दिन के हवाई हमलों का हिस्सा बताए जा रहे हैं, जो जून 2025 में शुरू हुए थे। इस ऑपरेशन का मकसद ईरान के परमाणु कार्यक्रम और सैन्य ढांचे को निशाना बनाना था।
पेंटागन के प्रवक्ता सीन पर्नेल ने बताया कि इन हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कम से कम एक से दो साल पीछे धकेल दिया है। उन्होंने कहा, “हमने उनके परमाणु कार्यक्रम को कमजोर कर दिया है, और यह प्रभाव शायद दो साल तक बना रहेगा।”हमलों का दायरा और प्रभावइजरायल के इस ऑपरेशन में 125 से अधिक अमेरिकी विमानों का इस्तेमाल किया गया, जिसमें बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स, फाइटर जेट्स और हवाई टैंकर शामिल थे। इन हमलों ने ईरान के प्रमुख परमाणु ठिकानों—नतांज, फोर्डो और इस्फहान—को निशाना बनाया। इसके अलावा, अमेरिकी मार्गदर्शन में एक मिसाइल पनडुब्बी ने टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों के जरिए तीसरे परमाणु ठिकाने पर हमला किया।
इजरायली हमलों ने न केवल ईरान के परमाणु ढांचे को नुकसान पहुंचाया, बल्कि तेहरान की सड़कों पर भी भय और अराजकता का माहौल पैदा किया। वायरल फुटेज में दिखाई दे रहे धमाकों ने व्यस्त सड़कों पर चल रहे वाहनों को हवा में उछाल दिया, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। ईरानी मीडिया के अनुसार, इन हमलों में कई सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए, जिनमें इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर होसैन सलामी और पूर्व परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख फरेदून अब्बासी शामिल थे।
ईरान की जवाबी कार्रवाईइजरायल के इन हमलों के जवाब में ईरान ने भी तेल अवीव और हाइफा सहित इजरायल के कई शहरों पर सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन हमले किए। ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई ने इजरायल को “कठोर सजा” देने की कसम खाई और इसे “युद्ध की घोषणा” करार दिया। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली हमलों में कम से कम 224 लोग मारे गए, जबकि इजरायल ने अपने यहां 24 लोगों की मौत की पुष्टि की।