श्रावण मास में उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए इस वर्ष एक नई और महत्वपूर्ण व्यवस्था की जा रही है। हर साल लाखों की संख्या में भक्त श्रावण के पवित्र अवसर पर उज्जैन पहुंचते हैं, ऐसे में मंदिर प्रशासन ने उनके सुगम और व्यवस्थित दर्शन के लिए कुछ बड़े बदलाव किए हैं।
खासतौर पर भस्म आरती के समय और दर्शन व्यवस्था में इस बार विशेष बदलाव देखने को मिलेंगे, जिससे हर भक्त को बाबा महाकाल के दर्शन का अवसर मिल सके।
सावन में विशेष रूप से बदला जाएगा भस्म आरती का समय
अब तक महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती का समय प्रातः 4 बजे निर्धारित था और केवल उन्हीं भक्तों को इसका लाभ मिलता था जिन्होंने पूर्व अनुमति प्राप्त की होती थी। लेकिन श्रावण मास के दौरान इस व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया है। मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक के अनुसार, अब हर सावन सोमवार को भस्म आरती का आयोजन सुबह 2:30 बजे से किया जाएगा। जबकि अन्य दिनों में यह आरती सुबह 3 बजे से शुरू होगी।
इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को भस्म आरती में सम्मिलित होने का अवसर प्रदान करना है। इसके तहत विशेष रूप से कार्तिक मंडपम को खाली रखा जाएगा, जहां से बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे।
श्रावण में चलित भस्म आरती की होगी शुरुआत
इस वर्ष से ‘चलित भस्म आरती’ की परंपरा भी शुरू की जा रही है, जो केवल सावन माह के दौरान ही आयोजित की जाएगी। इसका मतलब है कि बाबा महाकाल अब और अधिक भक्तों को दर्शन देंगे और यह व्यवस्था अधिक श्रद्धालुओं को भक्ति का अनुभव कराने में मदद करेगी।
बाबा महाकाल की विशेष सवारियों का कार्यक्रम
श्रावण-भाद्रपद मास में निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारियों की भी घोषणा कर दी गई है।
श्रावण मास में सवारियों की तिथियाँ इस प्रकार हैं:
- प्रथम सवारी: सोमवार, 14 जुलाई
- द्वितीय सवारी: सोमवार, 21 जुलाई
- तृतीय सवारी: सोमवार, 28 जुलाई
- चतुर्थ सवारी: सोमवार, 4 अगस्त
भादौ मास में:
- पंचम सवारी: सोमवार, 11 अगस्त
- राजसी (शाही) सवारी: सोमवार, 18 अगस्त
इन सवारियों के माध्यम से बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलेंगे और हजारों की संख्या में श्रद्धालु उनके दर्शन का लाभ उठा सकेंगे।
दर्शन व्यवस्था और सुरक्षा में पुलिस की सख्ती
श्रावण और भादौ मास के दौरान निकलने वाली इन सवारियों के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि इस बार भीड़ नियंत्रण को लेकर विशेष रणनीति बनाई गई है। पालकी के पास किसी भी व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं होगी और सेल्फी लेना पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया है। इस नियम के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए अलग से पुलिस टीमें नियुक्त की गई हैं जो सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी।