मध्यप्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश के बाद जनजीवन प्रभावित हो गया है। लेकिन अब बारिश से कई जिलों के नेशनल हाईवे से गुजरना भी मुश्किल हो रहा है। रास्तें में वाहन फंस रहै है। कभी इंदौर जैसे शहर में 40 घंटे का जाम लग जाता है तो कभी डिंडौर में हाईवे पर कीचड़ आ जाता है और कार का गुजरना भी मुश्किल हो जाता है। आश्चर्य तो तब होता है जब करोड़ा का टोल टेक्स वसुलने वाली हाईवे बनाने वाली कंपनियां इन सड़कों पर कोई मुसीबत आने पर कोई इमरजेंसी सेवाएँ उपलब्ध नहीं कराती है। इन्हें जाम लगने गाड़ी फंसने का कोई टेशन नहीं है। इन्हें तो यदि कोई वाहन टोल टैक्स ना दे तो गुंड़ागर्दी तक उतरते हुए कई बार देखा जाता है।
कई वाहन किचड़ में धंसे
ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश में डिंडौरी जिला मुख्यालय समेत आसपास के इलाकों में देखने कों मिला। यहां पर पिछले दो दिन बारिश का दौर जारी है। शनिवार को भी रिमझिम बारिश का दौर जारी है। बारिश के चलते जनपद करंजिया अंतर्गत ग्राम माधोपुर के पास हाईवे पर खेतों का पानी और सड़क किनारे का मलबा आ जाने से इस रोड में वाहन फंस रहे हैं। जबलपुर अमरकंटक नेशनल हाईवे पर मलबे का ढेर लग जाने से बाइक और कार का निकलना भी मुश्किल से हो पा रहा है।
प्रदेश के कई जिलों की हालत बिगड़ी
प्रदेश के उत्तरी व पूर्वी जिलों में अति भारी बारिश से कई क्षेत्रों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। विंध्य-महाकौशल के कई जिलों में नदी-नाले उफान पर होने से पुल तक डूब गए हैं। जबलपुर में सलैया नदी में पुल पार करते समय तेज बहाव में गैस सिलेंडर से लदा एक ट्रक और भूसे से भरा मिनी ट्रक बह गया। मंडला जिले सहित रीवा, सागर, शहडोल और जबलपुर संभाग के जिलों में भी भारी बारिश की आशंका जताई जा रही है इसी तरह गुना जिले की हालत भी बिगड़ रही है। इस कारण नदी-नाले अपनी सीमा तोड़कर सड़कों पर बह निकले। बाढ़ में सबसे अधिक प्रभावित बमोरी ब्लाक रहा। नदियों पर बने पुल-पुलिया के ऊपर से पानी गुजरने लगा। इस कारण गुना-बमोरी मार्ग पर बसों का संचालन बंद करना पड़ा।