मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के अजयगढ़ थाना क्षेत्र से एक दुखद और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां सिविल न्यायालय में चपरासी पद पर कार्यरत एक महिला कर्मचारी प्रियंका रैकवार ने जहरीला पदार्थ खा लिया। ज़हर खाने के बाद प्रियंका को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तीन दिन तक इलाज चलने के बावजूद उसकी जान नहीं बच सकी। इस घटना से न्यायालय परिसर और इलाके में शोक का माहौल बन गया है।
जहर खाने से पहले कहा- “नौकरी छोड़ दूं?”
यह घटना तीन दिन पहले की बताई जा रही है। प्रियंका के परिजनों का कहना है कि वह मानसिक रूप से तनाव में दिख रही थी और बार-बार नौकरी छोड़ने की बात कर रही थी। ज़हर खाने से कुछ देर पहले भी उसने कहा था, “लगता है नौकरी छोड़ दूं” और फिर अचानक ज़हरीला पदार्थ खा लिया। परिजन तुरंत उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से उसे रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उसकी मौत हो गई।
पुलिस को ऑफिस विवाद की आशंका
पुलिस ने प्रारंभिक जांच में आशंका जताई है कि शायद प्रियंका का अपने सहकर्मियों या दफ्तर में किसी से विवाद हुआ हो, जिससे वह मानसिक दबाव में थी। हालांकि, इस बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है और ऑफिस के स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है। कॉल डिटेल्स, व्हाट्सएप चैट्स और अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है ताकि सही कारण सामने आ सके।
एसडीओपी बोले- हर एंगल से जांच जारी
इस मामले पर अजयगढ़ के एसडीओपी राजीव सिंह भदौरिया ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है। परिजनों और सहकर्मियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। मोबाइल रिकॉर्ड्स और अन्य डिजिटल सबूत भी खंगाले जा रहे हैं ताकि इस आत्महत्या के पीछे की असली वजह पता चल सके। प्रियंका की असमय मौत ने न्यायालय परिसर के सभी कर्मचारियों को झकझोर कर रख दिया है।