मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में लगातार बारिश का दौर जारी है। किसानों को बारिश से राहत मिलने की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही है। प्रदेश के कई जिलों में बारिश (Heavy Rain)के साथ ओलावृष्टि और बिजली गिरने की भी घटना देखी गई। इसी के चलते किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। आज भी राजधानी भोपाल (Bhopal), नर्मदापुरम संभाग सहित कई जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 26 तारीख तक बारिश का खतरा बरकार रहेगा। प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई है. विभाग ने आज भोपाल, नर्मदापुरम संभाग, धार, बडवानी, सागर, शाजापुर, खरगौन, देवास, उमरिया, आगर और कटनी जिले में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। मौसम केंद्र की रिपोर्ट कह रही है कि बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के जबलपुर एव्ं सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। अधिकतम तापमान में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ।
प्रदेश के अधिकांश जिलों में कई दिनों से तेज हवाओं के साथ बेमौसम बारिश और ओले गिर रहे हैं। बटरी, चना, मसूर और गेहूं की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। तेज हवाएं चलने के कारण खेतों में पककर खड़ी हुई गेंहू की फसल आड़ी हो गई है। वहीं चने की फसल पानी लगने से बर्बादी की कगार पर पहुंच गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान भी प्रदेश में बारिश की संभावना जताई जा रही है तथा कुछ स्थानों पर ओले गिरने की भी आशंका है। प्रदेश में अगले दो दिनों तक इसी तरह के मौसम के बने रहने की संभावना जताई जा रही है। इसके बाद मौसम साफ हो सकता है।
Also Read – MP Weather : अगले 24 घंटो में इन 10 जिलों में होगी भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि, IMD ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 26 तारीख तक बारिश का खतरा बरकार रहेगा। प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई है। विभाग ने आज भोपाल, नर्मदापुरम संभाग, धार, बडवानी, सागर, शाजापुर, खरगौन, देवास, उमरिया, आगर और कटनी जिले में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अलग-अलग स्थानों पर बने तीन वेदर सिस्टम के असर से वातावरण में नमी आने के कारण मध्य प्रदेश में विभिन्न जिलों में आंशिक बादल बने हुए हैं। सागर, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी की स्थिति बन रही है। एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में एक्टिव है।