मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते जलस्रोतों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसी कड़ी में जबलपुर जिले में स्थित रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना (बरगी डैम) का जलस्तर बढ़ने पर रविवार, 6 जुलाई को दोपहर करीब 12 बजे इसके 21 में से 9 स्पिलवे गेट खोल दिए गए। इन गेटों से औसतन 1.33 मीटर की ऊंचाई तक पानी छोड़ा गया, जिससे 52,195 क्यूसेक पानी नर्मदा नदी में छोड़ा जा रहा है।
गेट नंबर के हिसाब से अलग-अलग पानी की निकासी
बरगी बांध के कार्यपालन यंत्री राजेश सिंह गोंड ने बताया कि गेट नंबर 10, 11 और 12 को दो-दो मीटर तक खोला गया है। वहीं, गेट नंबर 9 और 13 को डेढ़-डेढ़ मीटर, गेट नंबर 8 और 14 को एक-एक मीटर और गेट नंबर 7 और 15 को आधा-आधा मीटर की ऊंचाई तक खोला गया है। उन्होंने यह भी कहा कि बांध में पानी की आवक को देखते हुए गेटों से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा में समय-समय पर बदलाव किया जा सकता है।
निचले इलाकों के लोगों को सतर्क रहने की सलाह
रविवार सुबह 11 बजे तक बरगी डैम का जलस्तर 417.40 मीटर दर्ज किया गया था, जबकि इस समय 98,741 क्यूसेक पानी बांध में प्रवेश कर रहा था। पानी छोड़ने की वजह से नर्मदा नदी का जलस्तर 4 से 5 फुट तक बढ़ सकता है। इस कारण निचले क्षेत्रों के लोगों को नर्मदा तट से दूरी बनाए रखने और डूब क्षेत्र में न जाने की अपील की गई है। प्रशासन की ओर से अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।
31 जुलाई तक जलस्तर सीमित रखने का प्रस्ताव
बरगी बांध की अधिकतम जल भराव क्षमता 422.76 मीटर है, लेकिन ऑपरेशनल नियमों के अनुसार, 31 जुलाई तक इसका जलस्तर 417.50 मीटर तक बनाए रखने का प्रस्ताव है। ऐसे में आगे भी बारिश की स्थिति और जल आवक को देखते हुए पानी की निकासी की प्रक्रिया जारी रह सकती है। नर्मदा तट के आसपास रहने वालों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।