Sawan 2025: इस सावन मध्य प्रदेश में इन पांच पवित्र मंदिरों के करें दर्शन, हर मन्नत पूरी करेंगे भोलेनाथ!

Sawan 2025: सावन का पावन महीना शिव भक्तों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं होता। इस महीने में शिव भक्ति अपने चरम पर होती है। व्रत, पूजा और दर्शन के माध्यम से भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। अगर आप इस बार सावन को यादगार बनाना चाहते हैं, तो मध्य प्रदेश के ये प्रसिद्ध और चमत्कारी शिव मंदिर जरूर जाएं। ये मंदिर न सिर्फ आध्यात्मिक शांति देते हैं, बल्कि यहां का वातावरण, इतिहास और प्रकृति से जुड़ाव भी आपके मन को सुकून देगा।

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, उज्जैन
भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में स्थित है। यहां का शिवलिंग दक्षिणमुखी है और इसे अत्यंत जाग्रत माना जाता है। महाकालेश्वर की सबसे खास बात यहां की भस्म आरती है, जो तड़के सुबह होती है और दुनिया भर से श्रद्धालु इसमें भाग लेने आते हैं। सावन में यहां भक्तों का मेला लगता है और रात की पूजा भी बेहद खास होती है।

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, खंडवा
खंडवा जिले की नर्मदा नदी के बीच स्थित ओंकारेश्वर मंदिर भी 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल है। यह मंदिर एक द्वीप पर है, जिसका आकार ‘ॐ’ जैसा है। यहां की नर्मदा आरती और प्राकृतिक सुंदरता मन मोह लेती है। सावन में यहां शिवभक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है।

कालेश्वरनाथ मंदिर, भोपाल
भोपाल शहर के बीचों-बीच स्थित कालेश्वरनाथ मंदिर 500 साल पुराना है। इसे करिया मंदिर भी कहा जाता है, क्योंकि इसका रंग समय के साथ काला हो गया है। सावन में यहां हर सोमवार को विशेष पूजा, श्रृंगार और भजन संध्या का आयोजन होता है, जो लोगों को अध्यात्म से जोड़ता है।

भोजपुर शिव मंदिर, रायसेन
भोपाल से 28 किमी दूर स्थित भोजपुर का शिव मंदिर अपनी विशाल शिवलिंग के लिए प्रसिद्ध है। यहां शिवलिंग 18 फीट ऊंचा है और एक ही पत्थर से बना है। इसकी वास्तुकला अद्भुत है और यह जगह इतिहास, भक्ति और पर्यटन का संगम है।

जटा शंकर मंदिर, पचमढ़ी
अगर आप पहाड़ों की खूबसूरती और आध्यात्मिक शांति एक साथ चाहते हैं, तो पचमढ़ी का जटा शंकर मंदिर जरूर जाएं। यह मंदिर गुफाओं में स्थित है और चारों ओर हरियाली और शांति का माहौल है। ट्रैकिंग और ध्यान करने के लिए यह एक परफेक्ट जगह है।