राज ठाकरे : मंगलवार को मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को सख्त निर्देश दिए कि वे बिना उनकी अनुमति के मीडिया से बात न करें और सोशल मीडिया पर कोई निजी टिप्पणी न करें। उन्होंने प्रवक्ताओं से भी कहा कि वे भी उनकी इजाजत के बिना कुछ न बोलें। यह निर्देश तब आया जब राज ठाकरे ने ‘आवाज मराठीचा’ कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे के साथ मंच साझा किया था। यह कार्यक्रम स्कूलों में हिंदी को थोपने के फैसले के विरोध में हुआ था।
दोनों नेताओं की जोड़ी ने जगाया जोश, राज ठाकरे ने एक्स पर किया पोस्ट
इस कार्यक्रम में राज और उद्धव ठाकरे की एकता ने समर्थकों में नई ऊर्जा भर दी है। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि मनसे और शिवसेना (उद्धव गुट) को राजनीतिक रूप से मजबूती मिल सकती है, खासकर जब दोनों पार्टियां पिछले विधानसभा चुनावों में हार के बाद अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही हैं। मंगलवार रात एक्स (पूर्व ट्विटर) पर राज ठाकरे ने साफ कहा कि पार्टी का कोई भी सदस्य किसी भी समाचार माध्यम या डिजिटल प्लेटफॉर्म से बिना अनुमति बात न करे। साथ ही, सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत प्रतिक्रिया वाले वीडियो भी न डालें।
राज ठाकरे ने प्रवक्ताओं को किया सतर्क
राज ठाकरे ने कहा कि मनसे के जिन लोगों को आधिकारिक प्रवक्ता के रूप में नियुक्त किया गया है, वे भी बिना उनकी मंजूरी के न तो मीडिया से बात करें और न ही सोशल मीडिया पर कोई राय रखें। उन्होंने साफ कहा कि जिनके पास मीडिया से बात करने की जिम्मेदारी है, उन्हें भी पहले उनसे अनुमति लेनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस निर्देश के पीछे क्या कारण है, इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है। यह फैसला पार्टी अनुशासन और नियंत्रण बनाए रखने के मकसद से लिया गया लगता है।