प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया सरकार ने अपने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एन्शिएंट वेल्वित्शिया मिराबिलिस’ से नवाजा है। यह सम्मान प्रधानमंत्री को उनके प्रभावशाली वैश्विक नेतृत्व और भारत-नामीबिया संबंधों को सुदृढ़ करने में निभाई गई भूमिका के लिए दिया गया।
यह सम्मान नामीबिया की स्वतंत्रता के बाद वर्ष 1995 में स्थापित किया गया था और इसका नाम नामीबिया के एक ऐतिहासिक रेगिस्तानी पौधे ‘वेल्वित्शिया मिराबिलिस’ के नाम पर रखा गया है, जो वहां के लोगों की दृढ़ता और आत्मबल का प्रतीक है।
मोदी ने कहा : भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विशेष सम्मान को पाकर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान केवल उनके लिए नहीं, बल्कि भारत के 140 करोड़ नागरिकों के लिए है। उन्होंने नामीबिया की राष्ट्रपति, वहां की सरकार और आम जनता के प्रति आभार जताते हुए कहा, “मैं इस सम्मान को विनम्रता के साथ भारत की जनता को समर्पित करता हूं।” यह विदेश में प्रधानमंत्री मोदी को मिला 27वां सम्मान है और इस दौरे का चौथा अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है।
हीरे जैसी चमकदार होगी भारत-नामीबिया की साझेदारी
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और नामीबिया के बीच व्यापार और आर्थिक साझेदारी को हीरे की चमक से तुलना करते हुए कहा कि नामीबिया जहां विश्व के प्रमुख हीरा उत्पादक देशों में शामिल है, वहीं भारत हीरा पॉलिशिंग में अग्रणी है, विशेषकर उनके गृह राज्य गुजरात में। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले समय में भारत और नामीबिया के बीच की भागीदारी और सहयोग भी इन हीरों की तरह उज्ज्वल और बहुमूल्य होगा।
ऐतिहासिक रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और नामीबिया के रिश्ते केवल राजनीतिक नहीं हैं, बल्कि संघर्ष, सहयोग और विश्वास की बुनियाद पर बने हैं। उन्होंने याद दिलाया कि भारत ने नामीबिया के स्वतंत्रता आंदोलन में भी नैतिक समर्थन दिया था और आज भी दोनों देशों के बीच लोकतांत्रिक मूल्यों की साझी विरासत और विकास की समान आकांक्षाएं हैं। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि दोनों देश आने वाले वर्षों में हाथ थामकर आगे बढ़ते रहेंगे।
रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग पर हुई गहन बातचीत
अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और नामीबिया की राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर गहराई से चर्चा की। दोनों देशों के बीच डिजिटल तकनीक, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और खनिज संसाधनों जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी। प्रधानमंत्री ने नामीबिया द्वारा ‘प्रोजेक्ट चीता’ के तहत भारत को चीतों की आपूर्ति में दिए गए सहयोग के लिए विशेष आभार व्यक्त किया।