‘Wiaan Mulder को 400 रनों के लिए जाना चाहिए था’, बोले क्रिस गेल

Wiaan Mulder: पूर्व वेस्टइंडीज बल्लेबाज़ क्रिस गेल ने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज़ वियान मुल्डर की उस ऐतिहासिक पारी को लेकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है, जिसमें मुल्डर ने 367* रन पर अपनी पारी घोषित कर दी थी। दूसरी टेस्ट मैच में ज़िम्बाब्वे के खिलाफ यह मौका था, जब मुल्डर टेस्ट क्रिकेट के सबसे बड़े व्यक्तिगत स्कोर — ब्रायन लारा के 400 नाबाद — को चुनौती दे सकते थे, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया।

बुलावायो में खेले गए टेस्ट के दूसरे दिन लंच तक मुल्डर 367 रन बनाकर क्रीज पर डटे थे और दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 626/5 पर पहुंच चुका था। लेकिन इसी मोड़ पर उन्होंने पारी घोषित करने का फैसला लिया, जिसे लेकर गेल ने उनकी आलोचना की है।

Wiaan Mulder के फैसले से नाखुश दिखे क्रिस गेल

क्रिस गेल ने एक रेडियो शो में कहा, “अगर मुझे 400 रन बनाने का मौका मिलता, तो मैं कभी नहीं छोड़ता। यह अवसर बार-बार नहीं आता। जब आप तिहरे शतक पर होते हैं, तो आगे बढ़कर इतिहास रचने की कोशिश करनी चाहिए। लेकिन मुल्डर ने शायद घबरा कर गलती कर दी।”

गेल ने आगे कहा, “भाई, तुम 367 रन पर हो, तो खुद-ब-खुद तुम्हें रिकॉर्ड के लिए जाना चाहिए। अगर तुम लीजेंड बनना चाहते हो, तो रिकॉर्ड्स जरूरी हैं। यह जीवन में एक बार मिलने वाला मौका था। और उसने उसे गंवा दिया।”

हालांकि, मुल्डर की यह पारी अपने आप में ऐतिहासिक रही। उन्होंने हाशिम अमला का 311* रनों का रिकॉर्ड तोड़कर टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका की ओर से सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बनाया। यह टेस्ट इतिहास का पांचवां सबसे बड़ा स्कोर भी बना। उनकी इस पारी में 49 चौके और 4 छक्के शामिल थे, और उन्होंने 297 गेंदों में तिहरा शतक पूरा किया — जो सबसे तेज़ ट्रिपल सेंचुरी में गिना जाएगा।

Wiaan Mulder ने पारी घोषित करने पर क्या कहा?

पारी घोषित करने के फैसले को लेकर मुल्डर ने कहा, “मेरे लिए यही सही समय लगा। हमें लगा कि स्कोर पर्याप्त है और अब गेंदबाज़ी पर ध्यान देना ज़रूरी है। ब्रायन लारा एक लीजेंड हैं, और मैं चाहता था कि यह रिकॉर्ड उन्हीं के पास रहे। अगर दोबारा ऐसा मौका मिलेगा, तो शायद मैं फिर यही करूंगा।”

उन्होंने यह भी बताया कि कोच शुकरी कॉनराड के साथ इस फैसले पर चर्चा हुई थी और दोनों इस निर्णय से सहमत थे।

हालांकि, क्रिस गेल का मानना है कि इस मौके को गंवाना एक बड़ी भूल थी। उन्होंने मुल्डर को युवा खिलाड़ी बताते हुए यह भी कहा कि अगर कोई क्रिकेट में लीजेंड बनना चाहता है, तो ऐसे ऐतिहासिक मौके को भुनाना जरूरी होता है।

अब यह बहस तेज़ हो गई है कि क्या मुल्डर ने खेल की भावना दिखाते हुए सही फैसला लिया, या फिर उन्होंने एक ऐतिहासिक उपलब्धि को हाथ से जाने दिया। चाहे जो भी हो, क्रिकेट प्रेमियों के बीच यह चर्चा लंबे समय तक बनी रहेगी।