मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के एक बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। खराब सड़कों पर सवाल उठने पर उन्होंने कहा, “जब तक सड़कें रहेंगी, तब तक गड्ढे भी होते रहेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि “दुनिया में ऐसी कोई सड़क नहीं है जिसमें गड्ढा न हो। पीडब्ल्यूडी के पास ऐसी कोई तकनीक नहीं है जो गड्ढों को हमेशा के लिए खत्म कर दे।” उन्होंने बारिश और ट्रैफिक को गड्ढों का कारण बताया और कहा कि विभाग चुनौतियों का सामना कर रहा है और बदलाव की दिशा में काम कर रहा है।
सोशल मीडिया पर महिला की शिकायत बनी बहस की वजह
मंत्री का यह बयान सीधी जिले की लीला साहू के वायरल वीडियो के बाद आया है। वीडियो में लीला साहू कहती हैं, “नेता नारी सशक्तिकरण की बात करते हैं, लेकिन 10 किलोमीटर की सड़क तक नहीं बनवा सकते। एंबुलेंस नहीं आती, मरीज को ट्रैक्टर में ले जाना पड़ता है। मैं खुद प्रेग्नेंट हूं, कैसे अस्पताल जाऊं? शर्म आनी चाहिए।”
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री राकेश सिंह ने कहा, “कोई सोशल मीडिया पोस्ट डाल दे और हम तुरंत सड़क बना दें, इतना बजट नहीं है। विभाग की अपनी सीमाएं हैं। पर हम आने वाले समय में बड़ी योजनाओं पर काम कर रहे हैं।”
कांग्रेस का पलटवार – ‘BJP की कथनी और करनी में फर्क’
PWD मंत्री के बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता सज्जन वर्मा ने कहा, “यह बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और गैर-जिम्मेदाराना है। जब तक भ्रष्टाचार रहेगा, गड्ढे भी रहेंगे। अगर सड़कें गुणवत्ता से बनें तो गड्ढे नहीं होंगे। बीजेपी नेताओं ने कभी मध्य प्रदेश की सड़कों को अमेरिका से बेहतर बताया था, अब वही नेता गड्ढों को भाग्य बता रहे हैं।” उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “जनता अब इन गड्ढों में नहीं, वोटों में जवाब देगी। बीजेपी अब गड्ढों में दफन हो जाएगी।”
जनता में बढ़ता गुस्सा, जवाब मांग रही है सड़कें
मामला अब सिर्फ एक बयान तक सीमित नहीं है। जनता के बीच बढ़ता असंतोष, खराब सड़कों पर गिरते लोग, पहुंच से बाहर होती एंबुलेंस और टूटी विकास की उम्मीदें – यह सब आगामी चुनावों में असर डाल सकते हैं। सोशल मीडिया पर लोग लीला साहू की बातों से सहमति जता रहे हैं और कह रहे हैं कि अब सिर्फ भाषण नहीं, ज़मीन पर काम चाहिए।