मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा के कनाडा स्थित कैफे ‘Kap’s’ को लेकर एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। हाल ही में सरे (Surrey) शहर में खोले गए इस कैफे पर फायरिंग की गई है। इस हमले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बताया जा रहा है कि इस हमले की जिम्मेदारी खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने ली है। इस हमले के पीछे जिस शख्स का नाम सामने आ रहा है, वह है हरजीत सिंह उर्फ लड्डी, जो बब्बर खालसा का सक्रिय सदस्य है।
‘Kap’s’ कैफे की भव्य शुरुआत बनी निशाना
कपिल शर्मा और उनकी पत्नी गिन्नी ने हाल ही में कनाडा में ‘Kap’s’ नाम से एक कैफे की शुरुआत की थी। इस कैफे की भव्य ओपनिंग के दौरान दोनों ने सोशल मीडिया पर इसकी कई खूबसूरत तस्वीरें शेयर की थीं, जिन्हें फैंस का भरपूर प्यार मिला। लेकिन इसी कैफे को लेकर अब एक गंभीर मामला सामने आया है, जब रात के वक्त इस पर अज्ञात हमलावरों ने गोलियां बरसाईं। बाद में इस हमले की जिम्मेदारी हरजीत सिंह ने खुद ली।
हरजीत सिंह लड्डी, खालिस्तानी एजेंडे का सक्रिय चेहरा
फायरिंग के पीछे जिस शख्स का नाम है, वह है हरजीत सिंह उर्फ लड्डी, जो राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है। लड्डी पंजाब के नवांशहर जिले के गरपधाना गांव का रहने वाला है और लंबे समय से आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त है। अप्रैल 2024 में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेता विकास प्रभाकर की हत्या में भी उसका नाम सामने आया था, जिसके बाद एनआईए ने उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
ISI से संबंध और ग्लोबल ऑपरेशन की जिम्मेदारी
हरजीत सिंह लड्डी का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से भी गहरा संबंध बताया जाता है। जानकारी के अनुसार, वह पाकिस्तान में बैठे बब्बर खालसा प्रमुख के साथ मिलकर ग्लोबल फंडिंग और आतंकी गतिविधियों को संचालित करता है। सूत्रों का मानना है कि लड्डी जर्मनी में रहकर कनाडा और अन्य देशों में आतंकी घटनाओं को अंजाम देता है। उसकी जिम्मेदारी में फंडिंग, हथियारों की तस्करी और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को बरगलाना शामिल है।
बब्बर खालसा इंटरनेशनल खालिस्तानी आतंकवाद का काला चेहरा
बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) की स्थापना 1978 में खालिस्तान की मांग को लेकर की गई थी। 1980 और 1990 के दशक में इस संगठन ने भारत में कई खून-खराबे और बम धमाकों को अंजाम दिया। भारत के साथ-साथ अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन ने भी इसे एक आतंकी संगठन घोषित किया है। इस संगठन पर हथियारों की तस्करी, ड्रग्स के जरिए फंडिंग और विदेशों में आतंकी नेटवर्क फैलाने के गंभीर आरोप हैं। कनाडा में इसकी गतिविधियां पिछले कुछ वर्षों में तेज़ी से बढ़ी हैं, जिससे भारत-कनाडा संबंधों में कई बार तनाव भी उत्पन्न हुआ है।