महिला को उठा ले गया मगरमच्छ, नदी के किनारे बैठी थी महिला-रेस्क्यू कर शव निकाला

मध्यप्रदेश के दमोह जिले में एक डरा देने वाला मामला सामने आया है। यहां पर महिला पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया। जिसमें महिला की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि नोहटा थाना के अंतर्गत ग्राम कनियाघाट पटी में शुक्रवार की सुबह एक महिला पर मगरमच्छ ने हमला कर उसे नदी में खींचकर ले गया, जिससे उसकी मौत हो गई। वन विभाग और एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर महिला को मगरमच्छ के जबड़े से छुड़ाया। तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि सावन माह शुरू होने के चलते महिला मालती बाई पत्नी मेघराज सिंह पूजा-पाठ के लिए नदीं के किनारे जल्द स्नान करने गई थी।
ग्रामीणों के प्रयास हुए थे फेल
महिला का शोर सुन कर ग्रामीण नदी किनारे दौड़ कर पहुंचे। ग्रामीणों द्वारा उसे छुड़ाने का काफी प्रयास किया गया। लेकिन वन विभाग और एसडीआरएफ टीम के द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मगर ने महिला को जबड़े से छोड़ दिया। इसके बाद महिला के शव को एसडीआरएफ ने कब्जे में ले लिया। घटना की जानकारी लगते ही कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर पुलिस अधीक्षक श्रुति कीर्ति सोमवंशी वन मंडल अधिकारी ईश्वर जराडे सहित अन्य पुलिस अधिकारी कर्मचारी एवं वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई।

पहले भी बच्चे को ले जा चुका मगमच्छ
बताया जा रहा है कि जिस कनियाघाट पटी गांव में मगरमच्छ ने एक महिला की जान ली है। इसी ग्राम पंचायत के हटरी गांव में बीते साल एक 10 साल के मासूम को भी मगरमच्छ ने इसी तरह नदी के घाट पर हमला कर दबोच लिया था और अपने जबड़े में फंसा कर कई घंटे तक घूमता रहा था। इसके अलावा इस क्षेत्र के नोहटा, बनवार, माला, जुझार के अलावा कई गांव में भी अनेकों बार नदी से काफी दूर ग्रामीण क्षेत्रों तक बड़े-बड़े मगरमच्छ देखे गए हैं।

दमोह के हर नदी नाले में हैं मगरमच्छ
ग्रामीणों के कहना है कि यहां आसपार के कई जलाशयों में मगमच्छ मिल रहे है। जिससे जलाशयों के पास रहने वाले रहवासियो में भय की स्थिति बनी रहती है प्रशासन और वन विभाग ने मगमच्छों को पकड़ने या इनकों संरक्षित करने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई है इसलिये यहां पर मगरमच्छो से लोगों के सिर पर खतरा मंडराता रहता है।