राजेश राठौर की इंदौर से विशेष खबर- मध्यप्रदेश में इन्फ्रा स्ट्रक्चर के क्षेत्र में निवेशको को लाने के लिए सरकार इंदौर-भोपाल सहित कई शहरो का मास्टर प्लान जल्द ला सकती है जिसको लेकर अफसर शाही में मुवमेंट दिखाई दे रहा है।
एमपी ग्रोथ कॉन्क्लेव करने के दौरान अफसरो मे इस बात की चर्चा थी कि मास्टर प्लॉन इन्वेस्टर्स के लिए जरूरी है। बिना मास्टर प्लॉन के कई जमीनें फ्रीज हो गई है कई इलाकों में नक्शे मंजुरी नही हो रहे है। धारा 16 के तहत टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के भोपाल हेडक्वार्टर से मनमाने तरीके से नक्शे मंजुर कर दिए इंदौर के आसपास के 25 किलोमीटर के दायरे में ही हजारों एकड़ जमीन बेकार पड़ी है। यदि मास्टर प्लान आ जाए तो लैंड यूज का खुलासा हो जाएंगा। इसके अलावा बतरतीब तरीके से बसाहट नही होगी। सड़क,पानी बिजली जैसी मुलभुत सुविधाएं भी लोगों को मिल सकेगी। इन्वेस्टर्स को यदि आकृषित करना है तो सड़को का जाल बिछाना जरूरी होगा।
अपर मुख्य सचिव संजय दुबे को दो दिन पहले ही नगरीय प्रशासन विभाग की जवाबदारी मिली है। सचिव दुबे ने भी आते से ही सबसे पहले मास्टर प्लान को लेकर अफसरो से बात की। मध्यप्रदेश ग्रोथ कान्क्लेव के कारण इस बात की संभावना बढ़ती जा रही है कि इंदौर- भोपाल का मास्टर प्लान लागू किया जाएंगा।