ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित “MP कॉन्क्लेव 2025” में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने “कल के शहरों का निर्माण” थीम पर आधारित एक अत्याधुनिक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी में प्रदेश के शहरों को भविष्य के लिए तैयार करने वाली योजनाओं, नवाचारों और अधोसंरचना प्रोजेक्ट्स की रोचक झलक देखने को मिली।
मुख्यमंत्री ने शहरी विकास और नवाचारों पर आधारित इस भव्य प्रदर्शनी की जमकर सराहना की। उनके साथ नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, नगरीय विकास कमिश्नर संकेत भोंडवे, संभागायुक्त दीपक सिंह समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
इंदौर विकास प्राधिकरण की झलकियाँ
संभागायुक्त दीपक सिंह ने मुख्यमंत्री को इंदौर विकास प्राधिकरण की योजनाओं की जानकारी दी, जिसमें खास तौर पर पीपीपी मॉडल पर आधारित स्पोर्ट्स पार्क, एयरपोर्ट के पास कन्वेंशन सेंटर और स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा देने के लिए बन रहा स्टार्टअप पार्क शामिल है। सभी जानकारियाँ डिजिटल रूप में प्रदर्शित की गईं, जिन्हें QR कोड के माध्यम से आसानी से देखा जा सकता था। इस तकनीकी पहल को देखकर मुख्यमंत्री ने खुशी जताई।
मेट्रो रेल का भविष्य
“कल के शहरों” की कल्पना मेट्रो के बिना अधूरी है। मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की प्रदर्शनी में इंदौर मेट्रो (येलो लाइन) और भोपाल मेट्रो (ऑरेंज व ब्लू लाइन) से संबंधित जानकारी, अत्याधुनिक मेट्रो ट्रेनों और रोचक पैनल्स के माध्यम से दी गई।
तकनीक से भरपूर प्रदेश की पाँच नीतियाँ
मध्यप्रदेश स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने टेक्नोलॉजी आधारित 5 बड़ी नीतियाँ प्रस्तुत कीं। जिसमें आईटीईएस एवं ईएसडीएम नीति 2023 और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCC) नीति 2025 के साथ ही ड्रोन नीति 2025,एंव एनीमेशन, गेमिंग और एक्सटेंडेड रियलिटी नीति 2025 सहित सेमीकंडक्टर नीति 2025 और औद्योगिक विकास की नई तस्वीर देखने को मिली
इकोनॉमिक कॉरिडोर रहा आकृषण का केन्द्र
एमपीआईडीसी (MPIDC) इंदौर क्षेत्र की प्रदर्शनी में इंदौर-पीथमपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर, आईटी पार्क-3 और 4, रेडीमेड गारमेंट कॉम्प्लेक्स, और महिलाओं के लिए छात्रावास जैसी योजनाएँ आकर्षण का केंद्र रहीं। इन सबने प्रदेश के औद्योगिक विकास की नई तस्वीर पेश की।
हरित क्रांति के प्रयोगो को देख हुआ आश्चर्य
प्रदर्शनी में हरित नवाचारों की झलक भी देखने को मिली। यहीं पॉलीकार्बोनेट शीट्स जो प्राकृतिक रोशनी देती हैं। इसके साथ ही शहरी पार्किंग के लिए रोबोटिक पार्किंग सिस्टम और कचरा प्रबंधन के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) की मुख्यमंत्री पर्यावरम हितेषी प्रोजेक्टों की अत्यधिक प्रशंसा करते हुए खुशी जाहिर की
ये प्रदर्शनियाँ भी बनी आकर्षण का केंद्र
हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, भोपाल और उज्जैन विकास प्राधिकरण, तथा अमृत हरित अभियान की प्रदर्शनी ने प्रदेश के तेजी से उभरते शहरी भविष्य और आईटी आधारित विकास की दिशा को और स्पष्ट किया। यह प्रदर्शनी सिर्फ योजनाओं का प्रदर्शन नहीं थी, बल्कि यह एक झलक थी उस नए मध्यप्रदेश की, जो नवाचार, तकनीक और समावेशी विकास के दम पर आने वाले कल के शहरों को आज ही तैयार कर रहा है।