Nimbu In Food: दाल, चावल,सब्जी…खाने में नींबू निचोड़ने से क्या होता है? जानें कैसे आपकी सेहत को रखता है फिट

Nimbu In Food: नींबू हमारी भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है और इसका स्वाद न केवल भोजन को ताजगी प्रदान करता है, बल्कि यह सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है। बहुत से लोग अपने खाने में नींबू का सेवन करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपकी सेहत के लिए कितना लाभकारी हो सकता है?

खासकर मानसून के मौसम में, जब पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है और संक्रमण का खतरा बढ़ता है, नींबू का सेवन एक बेहतरीन उपाय साबित हो सकता है।

पाचन क्रिया में सुधार
नींबू में साइट्रिक एसिड होता है, जो पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है और लार तथा पाचन रसों के उत्पादन को बढ़ाता है। यदि आप अपनी दाल, सब्जी या चावल में नींबू का रस निचोड़कर खाते हैं, तो यह आपके पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है, जिससे भारी भोजन का पचना आसान हो जाता है। यह कब्ज, अपच और गैस जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। नियमित रूप से नींबू का सेवन करने से आपका पाचन तंत्र भी मजबूत रहता है, खासकर जब मानसून में पाचन समस्याएं बढ़ने लगती हैं।

आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है
नींबू में मौजूद विटामिन C आयरन के अवशोषण को बढ़ाने में मदद करता है। यह विशेष रूप से उन खाद्य पदार्थों में फायदेमंद होता है, जिनमें आयरन की कमी होती है, जैसे पालक, चने और दाल। इन खाद्य पदार्थों में नींबू का रस निचोड़ने से आयरन का अवशोषण अधिक हो जाता है, जिससे शरीर में आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है। इससे एनीमिया जैसी समस्या से बचाव होता है।

इम्यूनिटी को मजबूत करता है
नींबू विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स की मात्रा भरपूर होती है, जो शरीर की इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग करते हैं। इसका रेगुलर खाने से शरीर को सर्दी, जुकाम और वायरल इंफेक्शन जैसी समस्या से बचाने में मदद मिलती है। अगर आप दाल या सब्जी में नींबू का रस डालते हैं, तो न केवल इसका स्वाद बढ़ता है, बल्कि यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है।

सावधानियां
नींबू के कई फायदे होते हैं, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा नींबू निचोड़ने से दांतों का इनेमल कमजोर हो सकता है और पेट में जलन हो सकती है। इसके अलावा, यदि आप बेहद गर्म भोजन में नींबू डालते हैं, तो इसका विटामिन C नष्ट हो सकता है। डायबिटीज या गैस्ट्रिक समस्याओं वाले व्यक्तियों को नींबू का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए और पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।