CM नीतीश : शनिवार को दरभंगा जिला समाहरणालय के प्रेक्षागृह में अतिपिछड़ा अधिकार सम्मेलन और अभिनंदन समारोह हुआ। इसमें बिहार कांग्रेस के अतिपिछड़ा जाति प्रकोष्ठ अध्यक्ष शशि भूषण पंडित ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा को हटाने की मांग की। यह कार्यक्रम कांग्रेस ने आयोजित किया था, जिसमें कई कार्यकर्ता और आम लोग शामिल हुए। स्थानीय कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पंडित का जोरदार स्वागत किया।
भ्रष्टाचार और जनस्वास्थ्य का घातक संबंध
सम्मेलन में शशि भूषण पंडित ने केंद्र और राज्य की NDA सरकार पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि जाले विधानसभा के भाजपा विधायक और नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा का नाम एक गंभीर मामले में आया है। पंडित ने आरोप लगाया कि मंत्री मिश्रा, जो अल्टो हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक थे, घटिया और नकली दवाइयों के कारोबार में शामिल पाए गए हैं। यह मामला बहुत संवेदनशील है और जांच की जरूरत है।राजस्थान के राजसमंद में भेजी गई ‘सिप्रोलिन-500’ दवा नकली पाई गई। जांच के बाद नौ लोगों को दोषी ठहराया गया, लेकिन अदालत ने जुर्माना लगाकर उन्हें छोड़ दिया।
मंत्री का पद बनाए रखना जनस्वास्थ्य पर बड़ा प्रहार
पंडित ने कहा कि यह सिर्फ कानून का मामला नहीं है, बल्कि जनस्वास्थ्य, नैतिकता और इंसानियत से जुड़ा है। उन्होंने पूछा कि क्या बिहार जैसे बड़े राज्य में ऐसे व्यक्ति को मंत्री बनाए रखना सही है जिसे नकली दवा मामले में अदालत ने दोषी पाया है। पंडित ने सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या वे ऐसे मंत्री को रखकर सही व्यवहार कर रहे हैं।
जनता के साथ छल, सरकार कर रही गुमराह
शशि भूषण पंडित ने कहा कि बिहार की जनता को बार-बार अच्छा शासन का वादा करके धोखा दिया जा रहा है, लेकिन जब जिम्मेदारी की बात आती है तो सरकार चुप रहती है। उन्होंने मुख्यमंत्री से तुरंत मंत्री मिश्रा को हटाने की मांग की और कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस इसे बड़े आंदोलन में बदलेगी। सम्मेलन में कांग्रेस कार्यकर्ता भी मंत्री को हटाने की मांग कर रहे थे।