MP Weather: प्रदेश में मानसून अब कहर बनकर टूट पड़ा है। लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। नदियां उफान पर हैं, सड़कें टूट चुकी हैं और कई गांव जलमग्न हो गए हैं। मंडला जिले में बारिश जनजीवन पर भारी पड़ी है, जहां बाढ़ के कारण अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए राज्य सरकार और प्रशासन हाई अलर्ट पर हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट – 11 जिलों में ऑरेंज चेतावनी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को मध्यप्रदेश के 11 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ये जिले हैं – गुना, राजगढ़, आगर मालवा, शाजापुर, सीहोर, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम और रायसेन। इन क्षेत्रों में अगले 24 घंटों में बहुत भारी बारिश की संभावना है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।
नदी-नाले उफान पर, कई गांवों का संपर्क टूटा
प्रदेश के कई जिलों में बारिश के कारण नदी-नालों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। चित्रकूट में मंदाकिनी नदी उफान पर है और रामघाट, भरतघाट जैसे पवित्र स्थल पानी में डूब चुके हैं। कई गांवों का संपर्क मुख्य सड़कों से कट चुका है, जिससे ग्रामीण इलाकों में जरूरी सेवाओं का पहुंचना मुश्किल हो गया है।
मैहर और उमरिया में यात्रा हुई प्रभावित
मैहर में शारदा देवी मंदिर की ओर जाने वाली सड़क पर तीन फीट तक पानी भर गया है, जिससे श्रद्धालुओं की आवाजाही रुक गई है। वहीं, उमरिया जिले में जलस्तर बढ़ने के कारण संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र के जोहिला डैम के दो गेट खोलने पड़े हैं ताकि डैम पर दबाव कम किया जा सके। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
विदिशा और टीकमगढ़ में घरों में घुसा पानी
विदिशा जिले में भारी बारिश के चलते केनरा बैंक की अहमदपुर शाखा में दो फीट तक पानी भर गया, जिससे बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हुईं। वहीं, टीकमगढ़ के लिधौरा कस्बे में कई घर जलमग्न हो गए हैं। गायत्री कॉलोनी और वार्ड क्रमांक 7 में बारिश के पानी के निकास की व्यवस्था न होने से हालात बदतर हो गए हैं।
नरसिंहपुर में उफनते नाले से पार कराई गई गर्भवती महिला
नरसिंहपुर जिले के कुम्हड़ी गांव में भारी बारिश से एक नाला उफान पर आ गया। गांव का सड़क संपर्क टूट गया, और इस बीच एक गर्भवती महिला की तबीयत बिगड़ गई। एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच सकी, तो परिवार वालों ने जान जोखिम में डालकर महिला को उफनते नाले के पार पहुंचाया, जिससे उसे समय पर अस्पताल में भर्ती कराया जा सका।
बारिश के आंकड़े – छतरपुर में सबसे ज्यादा वर्षा
शनिवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश छतरपुर जिले में दर्ज की गई। खजुराहो में महज 9 घंटे में 6.3 इंच, नौगांव में 3.4 इंच, टीकमगढ़ में 1.5 इंच, और जबलपुर, दमोह व मंडला में लगभग 0.5 इंच वर्षा हुई। इन जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं।
प्रशासन अलर्ट मोड पर, राहत कार्य जारी
प्रदेश के सभी प्रभावित जिलों में प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं। डूब क्षेत्रों में नावों की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। बारिश का दौर फिलहाल जारी रहने की संभावना है, जिससे आने वाले दिनों में संकट और गहरा सकता है।