Sawan Somwar Bhog 2025: सावन सोमवार पर भगवान शिव को लगाएं ये खास भोग, जीवन में आएगी सुख-शांति और समृद्धि

Sawan Somwar Bhog 2025: सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित एक अत्यंत पावन और आध्यात्मिक महत्व वाला समय माना जाता है। इस माह में आने वाले सावन सोमवार विशेष रूप से महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि यह दिन भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने का श्रेष्ठ अवसर माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन यदि कोई श्रद्धालु सच्चे मन से शिव जी की पूजा-अर्चना करता है और उन्हें प्रिय भोग अर्पित करता है, तो भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होकर उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। साथ ही, घर-परिवार में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है। यदि आप भी इस सावन में भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहती हैं और अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखना चाहती हैं, तो आपको यह जानना जरूरी है कि भोलेनाथ को कौन-कौन सी वस्तुएं प्रिय हैं। प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य अरविंद त्रिपाठी के अनुसार, सावन सोमवार के दिन यदि श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान शिव को उनके प्रिय भोग अर्पित किए जाएं, तो इसका अत्यंत शुभ फल मिलता है।

इनमें प्रमुख हैं — पंचामृत, जिसे दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से तैयार किया जाता है और इससे शिवलिंग का अभिषेक करना बहुत ही पुण्यकारी माना जाता है। भांग भी शिव जी का प्रिय भोग है, जो उन्हें शीतलता प्रदान करता है और मानसिक शांति का प्रतीक माना जाता है। इसके अलावा, दूध और गंगाजल से शिवलिंग का स्नान कराना आत्मिक शुद्धि और मोक्षदायक होता है। सावन सोमवार को मिश्री या गुड़ का भोग लगाना घर में मिठास और आर्थिक समृद्धि लाता है। साथ ही, मौसमी फल जैसे बेलफल, केला और सेब अर्पित करना अन्न-धन में वृद्धि और परिवार में स्थिरता बनाए रखने में सहायक होता है। इसके अलावा, खीर भी शिव जी को अत्यंत प्रिय है, जिसे सावन सोमवार के दिन श्रद्धा से अर्पित करने पर भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को निरोगी और सुखमय जीवन का वरदान देते हैं। लेकिन इन सभी के बीच सबसे महत्वपूर्ण है – आपकी सच्ची श्रद्धा और निष्ठा। भगवान शिव भाव के भूखे हैं, और यदि आपने सच्चे मन से पूजा की है, तो वे आपकी हर पुकार अवश्य सुनते हैं। इस सावन सोमवार को श्रद्धा और प्रेम के साथ भगवान शिव की आराधना करें और अपने जीवन को मंगलमय बनाएं।

1. पंचामृत का अर्पण – पवित्रता और समृद्धि का प्रतीक

भगवान शिव को पंचामृत अत्यंत प्रिय है। यह एक विशेष मिश्रण होता है जो पाँच पवित्र सामग्रियों – दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से तैयार किया जाता है। सावन के सोमवार को शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक करना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस भोग को अर्पित करने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है, जीवन में सुख-शांति आती है और पारिवारिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।

2. भांग – भोलेनाथ की प्रिय औषधि

भांग को शिव जी की सबसे प्रिय वस्तुओं में गिना जाता है। यह उन्हें ठंडक प्रदान करती है और प्रतीक होती है उनके वैराग्य और तपस्वी स्वभाव की। सावन सोमवार को आप भांग को पीसकर उसे दूध या ठंडाई में मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ा सकती हैं। यह भोग न केवल धार्मिक दृष्टि से पवित्र है, बल्कि मानसिक शांति और तनाव से मुक्ति पाने के लिए भी लाभकारी माना गया है।

3. दूध और गंगाजल – अभिषेक का दिव्य माध्यम

सावन में भगवान शिव को दूध और गंगाजल से अभिषेक करना विशेष पुण्यदायक होता है। दूध से अभिषेक करने से व्यक्ति के स्वास्थ्य संबंधी कष्ट दूर होते हैं, जबकि गंगाजल का प्रयोग आत्मिक शुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति के लिए किया जाता है। यह संयोजन न केवल पूजा में पवित्रता लाता है, बल्कि मन और वातावरण दोनों को शुद्ध करता है।

4. मिश्री और गुड़ – मिठास से भरा भोग

भोलेनाथ को मीठे पदार्थ भी बेहद पसंद हैं। सावन सोमवार को मिश्री या गुड़ का भोग अर्पित करना आर्थिक समृद्धि के संकेत के रूप में देखा जाता है। यह भोग आपके घर-परिवार में मिठास, सौहार्द और सकारात्मक ऊर्जा लाने में मददगार हो सकता है। ऐसा भी माना जाता है कि इस भोग से भगवान शिव प्रसन्न होकर आपकी आर्थिक परेशानियों का निवारण करते हैं।

5. मौसमी फल – प्रकृति का नैवेद्य

भगवान शिव को प्राकृतिक रूप से प्राप्त मौसमी फल जैसे केला, बेलफल, सेब आदि अर्पित करना भी अत्यंत फलदायी माना गया है। बेलपत्र के साथ बेलफल चढ़ाना विशेष लाभकारी होता है। यह भोग अर्पण करने से घर में अन्न की कमी नहीं रहती, और जीवन में स्थिरता बनी रहती है। फल प्रतीक होते हैं पूर्णता और प्राकृतिक समर्पण के।

6. खीर – श्रद्धा का स्वादिष्ट प्रसाद

सावन सोमवार पर दूध और चावल से बनी खीर का भोग लगाना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय होता है। यह प्रसाद न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि पूजा में भावपूर्ण समर्पण का प्रतीक भी है। मान्यता है कि श्रद्धा से अर्पित की गई खीर से भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को सुख, समृद्धि और निरोगी जीवन का वरदान देते हैं।

7. भाव और श्रद्धा – सबसे प्रिय अर्पण

भले ही कितने भी भोग अर्पित किए जाएं, लेकिन भगवान शिव को सबसे प्रिय होती है – आपके मन की सच्ची श्रद्धा और भक्ति। सावन सोमवार का दिन इस भावना को प्रकट करने का श्रेष्ठ अवसर है। यदि आप पूरे मन, निष्ठा और भक्ति के साथ पूजा करते हैं, तो भगवान शिव अवश्य प्रसन्न होते हैं और जीवन के सभी संकटों से आपको मुक्ति देते हैं।