दिलजीत दोसांझ ने शेयर किया ‘Punjab 95’ का रूह कंपा देने वाला पोस्टर, सेंसर बोर्ड से अभी तक पास नहीं हुई फिल्म

पंजाबी सिनेमा के सुपरस्टार और बॉलीवुड के चहेते अभिनेता दिलजीत दोसांझ की आगामी फिल्म ‘पंजाब 95’ एक बार फिर सुर्खियों में है। 13 जुलाई 2025 को दिलजीत ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर इस फिल्म का एक नया और प्रभावशाली पोस्टर शेयर किया, जिसने प्रशंसकों के बीच उत्साह और उत्सुकता को और बढ़ा दिया। इस पोस्टर में दिलजीत का लुक इतना गंभीर और मार्मिक है कि उन्हें पहचानना मुश्किल हो रहा है। पोस्टर में उनके हाथ बंधे हुए हैं और चेहरा खून व चोटों से लथपथ दिखाई दे रहा है, जो फिल्म की गंभीर और संवेदनशील कहानी की एक झलक देता है।

Punjab 95: फिल्म की कहानी और जसवंत सिंह खालरा का किरदार

‘Punjab 95’ मानवाधिकार कार्यकर्ता जसवंत सिंह खालरा की सच्ची कहानी पर आधारित एक बायोपिक है। खालरा ने 1980 और 1990 के दशक में पंजाब में हुई न्यायेतर हत्याओं और गायब लोगों के मामलों को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी जांच ने पंजाब पुलिस द्वारा किए गए हजारों अवैध अंतिम संस्कारों का खुलासा किया था, जिसके बाद वे स्वयं 1995 में रहस्यमय तरीके से गायब हो गए थे। इस फिल्म में दिलजीत दोसांझ खालरा के किरदार को जीवंत कर रहे हैं, और उनका यह लुक दर्शकों को उनके संघर्ष और बलिदान की गहराई तक ले जाता है।

सेंसर बोर्ड के साथ लंबा विवाद

‘Punjab 95’ पिछले तीन सालों से सेंसर बोर्ड (सीबीएफसी) के साथ विवादों में उलझी हुई है। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने फिल्म में 127 कट्स लगाने की मांग की है, जिसमें संवाद, दृश्य, और यहाँ तक कि फिल्म के शीर्षक और खालरा के नाम को बदलने जैसे सुझाव शामिल हैं। सेंसर बोर्ड ने पंजाब, तरनतारन, और गुरबानी से जुड़े संदर्भों को हटाने की भी बात कही है, जिसे निर्माताओं और खालरा के परिवार ने सिरे से खारिज कर दिया है।

निर्देशक हनी त्रेहान ने इस मसले पर अपनी निराशा जाहिर करते हुए कहा, “इतने कट्स के बाद फिल्म का मूल स्वरूप और उसका उद्देश्य ही खत्म हो जाएगा। अगर हमें खालरा का नाम और पंजाब शब्द हटाना पड़े, तो यह फिल्म अपनी आत्मा खो देगी।” उन्होंने यह भी बताया कि शुरू में बोर्ड ने 21 कट्स की मांग की थी, जो बाद में बढ़कर 85 और फिर 127 तक पहुँच गई। त्रेहान ने सेंसर बोर्ड की इन शर्तों को सच्चाई को दबाने की कोशिश करार दिया है।