Jasprit Bumrah: लॉर्ड्स, क्रिकेट का मक्का, जहां हर क्रिकेटर अपने नाम के साथ इतिहास रचने का सपना देखता है। 2025 में भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट मैच के दौरान, भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने न केवल अपनी गेंदबाजी से बल्कि बल्ले से भी सबको चौंका दिया। उन्होंने पूर्व भारतीय ऑलराउंडर और कोच रवि शास्त्री के 44 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।
मुश्किल समय में Jasprit Bumrah का बल्ले से योगदान
लॉर्ड्स टेस्ट के पांचवें दिन भारत की स्थिति बेहद नाजुक थी। 193 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय बल्लेबाजी 112/8 पर लड़खड़ा रही थी। नितीश रेड्डी के आउट होने के बाद बुमराह बल्लेबाजी के लिए आए और रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों का डटकर सामना किया। इस जोड़ी ने लंच के बाद के सत्र में शानदार बल्लेबाजी की और भारत की उम्मीदों को जिंदा रखा।
Jasprit Bumrah ने 54 गेंदों का सामना करते हुए 5 रन बनाए। हालांकि, वह अंत में धैर्य खो बैठे और बेन स्टोक्स की गेंद पर जेम्स कुक को कैच थमा बैठे, लेकिन तब तक वह रवि शास्त्री के उस रिकॉर्ड की बराबरी कर चुके थे, जो उन्होंने 1981 में बनाया था। शास्त्री ने भी टेस्ट की चौथी पारी में नंबर 10 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए 54 गेंदें खेली थीं, जो किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा इस स्थिति में खेली गईं सबसे ज्यादा गेंदें थीं। बुमराह ने इस रिकॉर्ड को छूकर दिखाया कि वह न केवल एक विश्वस्तरीय गेंदबाज हैं, बल्कि जरूरत पड़ने पर बल्ले से भी योगदान दे सकते हैं।
गेंदबाजी में भी Jasprit Bumrah का जलवा
बुमराह का लॉर्ड्स में प्रदर्शन केवल बल्लेबाजी तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने गेंदबाजी में भी अपनी छाप छोड़ी और इंग्लैंड की पहली पारी में 5 विकेट लेकर लॉर्ड्स के प्रतिष्ठित ऑनर्स बोर्ड पर अपना नाम दर्ज कराया। उनकी शानदार गेंदबाजी ने इंग्लैंड को 387 रनों पर समेटने में अहम भूमिका निभाई। बुमराह ने जो रूट, बेन स्टोक्स और हैरी ब्रूक जैसे बड़े बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा, जिससे भारत ने मजबूत वापसी की।