शर्मनाक! Canada में रथ यात्रा जुलूस पर फेंके गए अंडे, भारत ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की

Canada के टोरंटो शहर में आयोजित भगवान जगन्नाथ की 53वीं वार्षिक रथ यात्रा के दौरान एक शर्मनाक घटना सामने आई है। इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस) द्वारा आयोजित इस शांतिपूर्ण धार्मिक जुलूस में शामिल भक्तों पर अज्ञात लोगों ने अंडे फेंके। यह घटना उस समय हुई जब हजारों श्रद्धालु योंग स्ट्रीट पर भजन-कीर्तन के साथ रथ खींच रहे थे। इस घटना ने विश्वभर के जगन्नाथ भक्तों की भावनाओं को आहत किया है और भारत सरकार ने इसे “घृणित और खेदजनक” बताते हुए कनाडाई प्रशासन से दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

Canada घटना का विवरण

जुलूस के दौरान, जब भक्त भक्ति भाव में डूबे हुए थे, पास की एक इमारत से अंडे फेंके गए, जो सड़क और फुटपाथ पर गिरे। टोरंटो निवासी संगना बजाज ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें टूटे हुए अंडे स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “हमारी आस्था और खुशी शायद कुछ लोगों को अपरिचित लगी, लेकिन भगवान जगन्नाथ की कृपा से हमने शांति बनाए रखी और यात्रा पूरी की।” इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर 1.5 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है, और कई लोगों ने इसे नस्लवादी हमला करार दिया है।

हालांकि, इस घटना के बावजूद भक्तों ने संयम बरता और बिना किसी प्रतिक्रिया के अपनी यात्रा जारी रखी। यह घटना रविवार, 13 जुलाई 2025 को हुई और सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भारत और विश्वभर में हिंदू समुदाय में आक्रोश फैल गया।

भारत सरकार की प्रतिक्रिया

भारत सरकार ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में कहा, “टोरंटो में रथ यात्रा के दौरान शरारती तत्वों द्वारा उत्पन्न व्यवधान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह त्योहार एकता, समावेशिता और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक है, और इस तरह के कृत्य धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला हैं।” उन्होंने कनाडाई अधिकारियों से इस मामले की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की।

भारत ने यह भी स्पष्ट किया कि वह Canada सरकार से अपेक्षा करता है कि वह भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा सुनिश्चित करे।