शिवलिंग पर नाग-नागिन अर्पित करने से दूर होते हैं दोष, सावन में होता है विशेष लाभ

हिंदू धर्म में श्रावण मास को भगवान शिव का अत्यंत प्रिय महीना माना गया है। इस पूरे माह शिवभक्त व्रत, पूजन और जलाभिषेक के माध्यम से भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।

इस दौरान कई विशेष वस्तुएं शिवलिंग पर अर्पित की जाती हैं, जिनमें से एक है चांदी से बना नाग-नागिन का जोड़ा। इसे सावन में घर लाना और शिवलिंग पर चढ़ाना अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया है।

शिवलिंग पर नाग-नागिन का जोड़ा चढ़ाने का धार्मिक महत्व

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सावन के महीने में चांदी या पंचधातु से बना नाग-नागिन का जोड़ा शिवलिंग पर चढ़ाने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही, यह उपाय धन, सुख और शांति में वृद्धि करता है। कहा जाता है कि नाग-नागिन भगवान शिव के बहुत निकट माने जाते हैं और उन्हें प्रसन्न करने के लिए उनका जोड़ा अर्पित करना विशेष फलदायक होता है। शिवलिंग पर यह जोड़ा चढ़ाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और भक्त को शिव कृपा का लाभ प्राप्त होता है।

सावन में कब और कैसे चढ़ाएं नाग-नागिन का जोड़ा?

उपयुक्त धातु का चयन

सबसे पहले आप पूजा सामग्री की दुकान से चांदी या तांबे का नाग-नागिन का जोड़ा खरीद सकते हैं। पंचधातु से बना जोड़ा भी शुभ माना जाता है।

शुभ दिन का चयन

नाग पंचमी, श्रावण सोमवार या किसी भी सोमवार को शिवलिंग पर नाग-नागिन चढ़ाना अत्यंत लाभकारी माना गया है।

पूजन विधि

सर्वप्रथम शिव मंदिर जाएं जहां शिवलिंग की स्थापना हो। वहां पहुंचकर शिवलिंग का अभिषेक करें जिसमें आप दूध, जल, शहद, घी और दही का उपयोग कर सकते हैं। इसके बाद शिवलिंग पर लाया गया नाग-नागिन का जोड़ा श्रद्धा सहित अर्पित करें।

मंत्र जाप

पूजा के समय “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ नागेंद्रहाराय नमः” मंत्र का 11 बार या 108 बार जाप करें। यह मंत्र जाप शिवलिंग पर चढ़ाई गई वस्तु को और भी अधिक प्रभावशाली बनाता है।

Disclaimer : इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य तथ्यों पर आधारित है। swatantrasamay.com इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।