मंत्री अतुल सावे : महाराष्ट्र के दिव्यांगजन मंत्री अतुल सावे ने कहा कि दिव्यांगजन आयुक्त को जबरन छुट्टी पर भेजा जाएगा। एक भाजपा विधायक ने आयुक्त पर मानसिक रूप से कमजोर बच्चों के स्कूल मामले को गलत तरीके से संभालने का आरोप लगाया था। विधान परिषद के सदस्यों और अध्यक्ष राम शिंदे ने आयुक्त को निलंबित करने की मांग की। मंत्री सावे ने कहा कि अध्यक्ष के आदेश का पालन किया जाएगा।
शिकायत करने पर निदेशक ने बंदूक दिखा धमकी दी, शिक्षक-कर्मचारी परेशान
भाजपा विधायक संदीप जोशी ने बताया कि नागपुर के मातोश्री शोभाताई भाकरे स्कूल में 38 छात्र और 26 कर्मचारी हैं। स्कूल ने ऋण लिया था, लेकिन निदेशक ने शिक्षकों और कर्मचारियों को EMI से भुगतान करने को मजबूर किया। जोशी ने कहा कि स्कूल में खाना-पानी की व्यवस्था नहीं है और निदेशक ने कर्मचारियों के साथ बुरा व्यवहार किया, शिकायत पर बंदूक दिखा धमकी दी। जिला परिषद ने स्कूल का दो बार मूल्यांकन किया, पहले 80 और फिर 23 अंक दिए।
जोशी ने दिव्यांगजन आयुक्त व जिला परिषद सीईओ पर कार्रवाई की उठाई मांग
विधायक संदीप जोशी ने कहा कि उन्होंने विकलांगजन आयुक्त के सामने कई बार इस मुद्दे को उठाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने मानसून सत्र के बाद नौकरशाहों को कई बार फोन किया, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। जोशी ने बताया कि उन्होंने बार-बार ध्यान देने को कहा, फिर भी कोई फायदा नहीं हुआ। इसलिए उन्होंने आयुक्त पर दो अलग रिपोर्ट देने और जिला परिषद सीईओ और स्कूल निदेशक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सावे ने कहा आयुक्त का निलंबन संभव नहीं, सदस्य चाहते हैं कार्रवाई
मंत्री सावे ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और स्कूल के लिए नया प्रशासक नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि आयुक्त को निलंबित करने का अधिकार उनके पास नहीं है क्योंकि वह आईएएस अधिकारी हैं। निलंबन के लिए सरकार की सिफारिश जरूरी है, लेकिन अधिकारी को जबरन छुट्टी पर भेजा जा सकता है। विधायक जोशी और अन्य सदस्यों ने अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। अध्यक्ष शिंदे ने भी निलंबन और नोटिस की सलाह दी, जिस पर मंत्री ने कहा कि आदेश मानेंगे।