विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने छात्रों को बताया सफलता के चार मंत्र

एस. जयशंकर : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिल्ली के एयरफोर्स स्कूल के 70वें स्थापना दिवस के अवसर पर छात्रों को बताया कि आने वाला समय पूरी तरह से बदल चुका होगा। इस नई दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, तकनीक, ड्रोन, इलेक्ट्रिक वाहन और अंतरिक्ष जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र होंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में खुद को अच्छी तरह से तैयार करना जरूरी है। सिखाई गई आदतें और मूल्य भविष्य में काम आएंगे। अपने अनुभव में उन्होंने बताया कि स्कूल की सीख और होमवर्क की आदत ने उन्हें डिप्लोमैट के तौर पर आगे बढ़ाया।

छात्रों के लिए चार अहम टिप्स

विदेश मंत्री ने छात्रों को चार खास सलाह दीं। उन्होंने कहा कि आज की दुनिया बहुत बड़ी और जुड़ी हुई है, इसे समझना जरूरी है। छात्रों को स्कूल को गंभीरता से लेना चाहिए और शिक्षकों की बात ध्यान से सुननी चाहिए। उन्हें दुनिया में क्या हो रहा है, इसमें रुचि रखनी चाहिए। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए किसी खेल में हिस्सा लेना चाहिए। साथ ही खुद को जानना और जीवन को खुशी से जीना भी जरूरी है।

आगे बढ़ने के लिए भविष्य की चुनौतियों का सामना करें

जयशंकर ने बताया कि कोविड महामारी और विश्व के युद्ध जैसे बड़े मामले हमारी जिंदगी को प्रभावित करते हैं। इसलिए छात्रों को अब से ही दुनिया के मामलों को समझना चाहिए। उन्हें जानना चाहिए कि भारत ‘विकसित भारत 2047’ बनने की कोशिश क्यों कर रहा है और इसके लिए काम कर रहा है।

एस जयशंकर का संदेश: पढ़ाई के साथ दिल से भी सीखो

उन्होंने कहा कि दुनिया की समझ सिर्फ किताबों से नहीं मिलती। बच्चे म्यूजिक, फिल्में, किताबें और स्मार्टफोन से भी दुनिया से जुड़ सकते हैं। आने वाली पीढ़ी भारत का प्रतिनिधित्व इस बात पर करेगी कि उन्होंने दुनिया की चुनौतियों और अवसरों का कैसे सामना किया। जयशंकर ने कहा कि स्कूल आकर पुरानी यादें ताजा हुईं। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने स्कूल की बिल्डिंग और अपने क्लासरूम को देखा, तो बचपन की यादें ताजा हो गईं। एक पुरानी तस्वीर में वह सबसे पीछे की पंक्ति में थे। हर दिन बेहतरीन होना जरूरी नहीं होता।