स्वच्छता का नया मंत्र ‘ईच वन – क्लीन वन’ फीडबैक देने के लिए सोशल मीडिया का होगा इस्तेमाल

इंदौर। विश्व के सबसे बड़े स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान भारत सरकार की सर्वें टीमों ने देश के अलग अलग शहरों में जाकर पारदर्शिता के साथ शहरों की सफाई व्यवस्थाओं का आकलन किया। इस अभियान के दौरान सफाई का मूल्याकंन करने निकले मूल्याकंनकर्ताओं ने शहरी क्षेत्रों के वार्डों में घूमकर सफाई व्यवस्था ही नहीं देखी बल्कि स्थानीय लोगों से फेस टू फेस चर्चा कर वार्ड की सफाई के बारे में पता लगाने प्रयास किया।

45 से 50 दिनों तक चले इस स्वच्छता के इस महाभियान में सभी टीमों ने मिलकर कुल 22 लाख 14 हजार 485 नागरिकों से फेस टू फेस फीडबैक लिए। वहीं दूसरी तरफ विभिन्न शहरों के अलग-अलग स्थानों की कुल 62 लाख 62 हजार 584 तस्वीरें खींची। इस अभियान में देशवासियों ने फीडबेक देने के लिए सोशल मीडिया का खूब इस्तेमाल किया।

पूरे देश से 14 करोड़ 66 लाख 9 हजार 712 लोगों ने ऑनलाइन फीडबैक दिए। स्वच्छता सर्वेक्षण का 9वां एडिशन सम्पन्न हो गया है। लेकिन अगले साल होने वाले सर्वेक्षण के लिए सरकार इच वन क्लीन वन के मंत्र के साथ वन इच – वन टीच की तर्ज पर काम करेंगी यानी अच्छी रेकिंग वाले शहर स्वच्छता में कमजोर प्रदर्शन करने वाले शहरों को मार्गदर्शन देकर उन शहरों को मजबूत किया जाएंगा।

स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणाम घोषित हो चुके है। भारत सरकार इस बार से एक नई व्यवस्था लागू करने जा रहा है। जिन शहरों ने स्वच्छता में बाजी मारी है, वे शहर कमजोर शहरों को मार्गदर्शन देकर उन्हें आगे लाने का प्रयास किया जाएंगा।

दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित अवार्ड सेरेमनी के दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने स्वच्छता को लेकर एक नई पहल की घोषणा की। ईच वन-क्लीन वन । इसका उद्देश्य यह है कि बेहतर प्रदर्शन करने वाले शहर, पिछड़े शहरों को मार्गदर्शन दें। यह पहल ईच वन – टीच वन की तर्ज पर काम करेगी। अब पूरे साल इस मंत्र के आधार पर काम होगा।

भारत सरकार की स्वच्छता टीम ने अपने सर्वे के दौरान अलग अलग तरीकों से सफाई व्यवस्था के अलावा सीटी – पी टी यानी कम्युनिटी टायलेट तथा पब्लिक टायलेट की व्यवस्थाएं देखी। पूरे देश में महिलाओं और पुरुषों के लिए बनाए गए कम्यूनिटी और पब्लिक टायलेट किस स्थिति में है। इस पर फोकस करके सर्वे किया। भारत सरकार ने इस केटेगिरी में जो आंकड़े जारी किए उसके मुताबिक टीम ने देश के अलग अलग शहरों मे कुल 26 हजार 792 सीटी – पीटी का सर्वे किया।

रिजल्ट आने से पहले सर्वे टीमों की फाइनल रिपोर्ट ऐसी रही……

♦️ऑनलाइन फीडबेक देने वालों की संख्या – 14 करोड़ 66 लाख 9 हजार 712
♦️नागरिकों से फेस टू फेस लिए गए फीडबेक – 22 लाख 14 हजार 485
♦️सर्वे के दौरान टीम द्वारा शहरों से कुल 62 लाख 62 हजार 584 तस्वीरें खींची

देशभर में स्वच्छता टीमों ने ऐसे किया सर्वे 

▪️कुल सर्वे टीम बनाई गई – 3 हजार से ज्यादा
▪️सर्वे हु्आ – 4 हजार 589 शहरों में
▪️वार्ड सर्वे हुआ – 95120
▪️वाणिज्यि क्षेत्र में सर्वें – 19895
▪️आवासीय क्षेत्र में सर्वें – 28708
▪️सीटी/ पीटी सर्वे – 26 हजार 792
▪️सभी संयंत्र सुविधाएं – 29240
▪️स्कूलों का सर्वे – 23839
▪️छावनी बोर्ड – 58
▪️गंगा नगर – 88