Weather Update: उत्तर भारत में मानसून अब पूरी ताकत के साथ सक्रिय हो गया है। बारिश की लगातार झड़ी से जनजीवन कई जगहों पर प्रभावित हो रहा है। दिल्ली-एनसीआर से लेकर हिमाचल और उत्तराखंड तक मौसम ने करवट ले ली है। जहां एक ओर बारिश से गर्मी में राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर जलभराव, ट्रैफिक जाम और भूस्खलन जैसी परेशानियों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। यूपी, बिहार, एमपी और राजस्थान में भी तेज बारिश के चलते हालात चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं।
दिल्ली-एनसीआर में बादल और धूप का खेल, हल्की बारिश की संभावना
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से मौसम बेहद अस्थिर बना हुआ है। सुबह-सुबह बादल छा जाते हैं और दोपहर तक तेज धूप निकल आती है, जिससे लोगों को उमस और गर्मी का सामना करना पड़ता है। वहीं, कभी-कभार हल्की बारिश से मौसम में हल्की ठंडक भी घुल रही है। मौसम विभाग के अनुसार, आज 20 जुलाई को भी दिल्ली और आसपास के इलाकों में हल्की फुहारें पड़ने की उम्मीद है, लेकिन भारी बारिश की कोई संभावना नहीं जताई गई है।
उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में बारिश का अलर्ट, बिजली गिरने की आशंका
उत्तर प्रदेश और बिहार में मानसून की बारिश पूरी रफ्तार पर है। यूपी के कई जिलों में आज भी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है। बांदा, चित्रकूट, कानपुर, इटावा, अलीगढ़, गाजियाबाद, मेरठ और सहारनपुर जैसे जिलों में जोरदार बारिश हो सकती है। वहीं बिहार के पटना, गया, औरंगाबाद, कैमूर और चंपारण जिलों में भी तेज़ बारिश की संभावना है। इसके अलावा कुछ इलाकों में बिजली गिरने का भी खतरा जताया गया है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मध्य प्रदेश और राजस्थान में भारी बारिश से हालात बिगड़े, नदी-नाले उफान पर
मध्य प्रदेश में मानसून की बारिश ने कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है। भोपाल, उज्जैन, इंदौर, बैतूल, धार और झाबुआ जैसे जिलों में भारी बारिश के चलते नदियां और नाले उफान पर हैं। मौसम विभाग ने इन इलाकों में आज भी भारी बारिश की चेतावनी दी है। राजस्थान में भी कुछ जिलों में बारिश के कारण जलभराव और खेतों में पानी भर गया है। हालांकि, मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि राजस्थान में अगले कुछ दिनों में बारिश में थोड़ी राहत मिल सकती है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भूस्खलन और बाढ़ का खतरा, अलर्ट जारी
हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है। हिमाचल के कई पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं और कई सड़कें अवरुद्ध हो चुकी हैं। मौसम विभाग ने यहां येलो अलर्ट जारी किया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। उत्तराखंड के नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंहनगर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, वहीं देहरादून, टिहरी और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में येलो अलर्ट है। राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट मोड पर हैं।
सावधानी जरूरी: मौसम की मार से निपटने के लिए प्रशासन सक्रिय
लगातार हो रही बारिश और मौसम के उतार-चढ़ाव को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने कई जगहों पर कंट्रोल रूम और राहत केंद्र स्थापित किए हैं। खासतौर पर उत्तराखंड और हिमाचल के संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की जा रही है, साथ ही बिजली गिरने और भूस्खलन की आशंका वाले इलाकों में सतर्कता बरतने को कहा गया है।