इंदौर नगर निगम और परिवहन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ट्रेफिक मित्र अभियान के तहत ‘ट्रैफिक शक्ति’ शिविर ने आज महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर स्थापित किया। शहर के 22 जोन कार्यालयों में आयोजित नि:शुल्क लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस शिविर के तहत 10,000 से अधिक महिलाओं ने एक ही दिन में लर्निंग लाइसेंस प्राप्त किए, जो नारी शक्ति की बढ़ती आत्मनिर्भरता और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता का प्रतीक बना।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव के निदेशन में आयोजित इस शिविर में महिलाओं को आधार कार्ड और उससे लिंक मोबाइल नंबर के साथ दस्तावेज़ों के आधार पर दोपहिया (गियर व बिना गियर) और चार पहिया वाहनों के लिए नि:शुल्क लर्निंग लाइसेंस प्रदान किए गए। शिविर के दौरान महिलाओं को ट्रैफिक नियमों, सड़क सुरक्षा और लर्निंग टेस्ट की तैयारी से संबंधित जानकारी भी दी गई।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा, – “यह अभियान केवल लाइसेंस बनवाने की पहल नहीं है, बल्कि महिलाओं को आत्मविश्वास और बराबरी के साथ सड़क पर उतरने का अवसर देने का संकल्प है। इंदौर की बेटियाँ अब सुरक्षित, आत्मनिर्भर और ट्रैफिक-अनुशासित नागरिक बन रही हैं।”
शिविर में भारी सहभागिता को देखते हुए निर्धारित समय (सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे) को बढ़ाकर शाम 6 बजे तक किया गया। इसके बावजूद जिन महिलाओं के लाइसेंस तत्काल नहीं बन सके, उनके 11,000 से अधिक रजिस्ट्रेशन ट्रैफिक मित्र टीम द्वारा किए गए, जिनके लाइसेंस आगामी दो कार्यदिवसों में परिवहन विभाग द्वारा बनाए जाएंगे।
कोऑर्डिनेटर ऋषभ बागोरा ने बताया कि यह शिविर 18 वर्ष या उससे अधिक आयु की सभी महिलाओं के लिए पूरी तरह नि:शुल्क था। हमारा उद्देश्य न केवल ड्राइविंग की क्षमता देना है, बल्कि ट्रैफिक अनुशासन और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता भी बढ़ाना है।
शिविर की प्रमुख विशेषताएं:
- सभी 22 ज़ोन कार्यालयों में महिला काउंटर
- प्रति ज़ोन औसतन 400–500 महिलाओं की भागीदारी
- कुल 10,000+ लर्निंग लाइसेंस वितरित
- 11,000 अतिरिक्त रजिस्ट्रेशन जिनके लाइसेंस आगामी दिनों में जारी किए जाएंगे
- ट्रैफिक मित्र अभियान के अंतर्गत भविष्य में स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने वाली महिलाओं को नि:शुल्क हेलमेट प्रदान किए जाएंगे
महापौर भार्गव ने विभिन्न ज़ोन का भ्रमण कर हितलाभार्थी महिलाओं से भेंट की और उनके हाथों में लर्निंग लाइसेंस सौंपे। उन्होंने कहा – “उनकी आँखों में आत्मविश्वास और चेहरे पर जो मुस्कान थी, वह इस अभियान की सबसे बड़ी सफलता है। बदलाव की सबसे बड़ी ताकत हमारी मातृशक्ति है।”
इस आयोजन में सांसद शंकर लालवानी, विधायकगण रमेश मेंदोला, मधु वर्मा, महेंद्र हरदिया, महापौर परिषद के सदस्य, पार्षदगण, ट्रैफिक मित्र टीम और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का भी सक्रिय सहयोग रहा। जनता की जबरदस्त प्रतिक्रिया को देखते हुए नगर निगम ने यह घोषणा की है कि भविष्य में वार्ड स्तर पर भी ऐसे शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि हर महिला को यह अवसर प्राप्त हो सके।