Apple कंपनी ने इस साल भारत में अपने ऐरपोडस की मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर दी है । बता दे की एप्पल ने जनवरी में मनुफक्टोरिग की शुरुआत की थी , इन AirPods के मैन्युफैक्चरिंग में जो रेयर अर्थ मेटल्स की जरुरत होती है चीन उन मेटल्स के एक्सपोर्ट पर कई प्रतिबंध लगा रहा है। इस से एपल की कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर कंपनी, Foxconn की तेलंगाना ब्रान्च कि सप्लाई में रुकावट आइ है।
फॉक्सकॉन की तेलंगाना में नियोडायमियम और डायसप्रोसियम की कमी
नियोडायमियम और डायसप्रोसियम एक रियर मेटल है जो ऐरपोडस में यूज किया जाता है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो फॉक्सकॉन की तेलंगाना की फैक्टरी में नियोडायमियम और डायसप्रोसियम की कमी हो रही है। ये मेटल ऐरपोडस के हाई-परफॉर्मेंस मैग्नेट्स का एक इम्पोर्टेन्ट एलिमेंट है। तो नियोडायमियम ऐसा मेटल है जो ऐरपोडस में साउंड का एक महत्वपूर्ण कम्पोनेनेट है।
चीन कर रहा है, षड्यंत्र
भारत में ऐरपोडस का प्रोडक्शन ठीक से न हो इसीलिए चीन अपनी गिरी हुई हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। दरअसल एअरपॉड्स में दो रियर मेटल का यूज किया जाता है – नियोडायमियम और डायसप्रोसियम ये दोनों मेटल्स का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर चीन है। तो चीन अब भारत में इन दो रियर मेटल्स के एक्सपोर्ड में पाबंदीया लगा रहा है। जिस पर
इतनी अटकलों के बाद भी जारी है ऐरपोडस की मैन्युफैक्चरिंग
एक रिपोर्ट के अनुसार डायसप्रोसियम की कमी के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय, मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, डिपार्टमेंट ऑफ प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड और तेलंगाना सरकार को जानकारी दी गई है। हालांकि, इन मेटल्स की कमी से AirPods की मैन्युफैक्चरिंग पूरी तरह बंद नहीं हुई है। क्योकी इन परिस्थितियों को देखते हुए कंपनी ने इन रियर मेटल्स का रिजर्व कर लिया था।