बच्चों की खराब हैंडराइटिंग से हैं परेशान? अपनाएं ये 6 आसान ट्रिक्स, झटपट सुधर जाएगी लिखावट

Tips To Improve Kids Handwriting: हैंडराइटिंग यानी लिखावट, सिर्फ अक्षरों को कागज पर उतारना नहीं है, बल्कि यह बच्चे की पर्सनैलिटी और आत्मविश्वास को भी दर्शाता है। जब एक कॉपी बिना नाम के भी पढ़ने में अच्छी लगे, तो समझ लीजिए कि उसकी हैंडराइटिंग ने पहले ही इंप्रेशन जमा लिया है। अगर आपके बच्चे की हैंडराइटिंग साफ और सुंदर नहीं है, तो चिंता न करें ये 6 आसान टिप्स अपनाकर आप उसमें बदलाव ला सकते हैं।

1. पेंसिल पकड़ने का तरीका
हैंडराइटिंग सुधारने की शुरुआत होती है सही ग्रिप से। बच्चों को सिखाएं कि वो अंगूठा, इंडेक्स फिंगर और मिडल फिंगर के बीच आरामदायक लेकिन मजबूत पकड़ बनाएं।

2. लाइन वाली कॉपी
शुरुआती अभ्यास के लिए लाइन वाली कॉपी का इस्तेमाल करें। इससे अक्षरों का आकार और सीधापन आता है। लेकिन ध्यान रहे कि बच्चे इसकी आदत में न पड़ें।

3. हाथ की ताकत
बच्चों को क्ले से खेलना, बीड्स में धागा डालना या ट्वीजर से चीजें उठाना जैसी एक्टिविटी में लगाएं। इससे उनकी उंगलियों की पकड़ मजबूत होगी।

4. अक्षरों का अभ्यास
शब्द लिखने से पहले बच्चों को अक्षर बनाना सिखाएं। शुरुआत में ट्रेसिंग कराएं, फिर धीरे-धीरे बिना देखे लिखवाएं।

5. अक्षरों के बीच दूरी
बच्चों को सिखाएं कि अक्षरों और शब्दों के बीच सही स्पेस रखें। ये आदत न केवल साफ लिखावट लाती है बल्कि बोर्ड एग्ज़ाम में भी मददगार होती है।

6. गलती की पहचान करें
देखें कि बच्चा कहां अटकता है कोई खास अक्षर, शब्द, या स्पेसिंग? जल्दी पहचान कर सुधारें ताकि आदत न बन जाए।

हैंडराइटिंग सुधारने के फायदे:
अच्छे नंबर मिलते हैं क्योंकि टीचर को पढ़ने में आसानी होती है।
आत्मविश्वास बढ़ता है जब खुद का लिखा देखकर गर्व हो।
नोट्स व्यवस्थित होते हैं, जिससे पढ़ाई आसान हो जाती है।