Rana Daggubati की बढ़ी मुश्किलें! ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में ईडी ने फिर भेजा समन

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तेलुगु फिल्म उद्योग के प्रसिद्ध अभिनेता Rana Daggubati को अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ मंचों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए फिर से समन जारी किया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 40 वर्षीय अभिनेता को 23 जुलाई को पूछताछ के लिए उपस्थित होने का निर्देश दिया गया था, लेकिन उन्होंने समय मांगा, जिसके बाद उन्हें 11 अगस्त को पेश होने के लिए नया समन जारी किया गया है।

Rana Daggubati: मामले का विवरण

ईडी इस मामले में अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ प्लेटफार्मों की जांच कर रही है, जो कथित तौर पर करोड़ों रुपये के गैर-कानूनी फंड उत्पन्न करने में शामिल हैं। जांच के तहत कई अभिनेताओं और सोशल मीडिया प्रभावकों को समन जारी किया गया है, जिनमें राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा और लक्ष्मी मंचू शामिल हैं। इन हस्तियों पर जंगल रम्मी, जीतविन, लोटस365 जैसे सट्टेबाजी ऐप्स को प्रचारित करने का आरोप है।

सूत्रों के मुताबिक, राणा दग्गुबाती के अलावा, प्रकाश राज को 30 जुलाई, विजय देवरकोंडा को 6 अगस्त और लक्ष्मी मंचू को 13 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ईडी ने इस मामले में 28 व्यक्तियों, जिनमें अभिनेता, प्रभावक और इन ऐप्स के प्रबंधन कर्मी शामिल हैं, के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत चल रही है और तेलंगाना पुलिस द्वारा दर्ज पांच प्राथमिकियों (एफआईआर) पर आधारित है।

Rana Daggubati: जांच का दायरा

ईडी यह जांच कर रही है कि क्या इन हस्तियों ने जानबूझकर अवैध सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार किया या वे इन प्लेटफार्मों की कार्यप्रणाली से अनजान थे। कुछ हस्तियों ने दावा किया है कि उन्हें इन ऐप्स की गैर-कानूनी गतिविधियों की जानकारी नहीं थी और उन्होंने केवल विज्ञापन शुल्क के लिए प्रचार किया। हालांकि, ईडी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या ये प्रचार अभियान अनधिकृत सट्टेबाजी मंचों की ओर उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने के लिए एक समन्वित रणनीति का हिस्सा थे।

तेलंगाना के पंजागुत्ता, मियापुर, साइबराबाद, सूर्यपेट और विशाखापट्टनम में दर्ज एफआईआर में पब्लिक गैंबलिंग एक्ट, 1867 के उल्लंघन का उल्लेख किया गया है। एक शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि यूट्यूब पर एक प्रचार वीडियो से प्रभावित होकर उन्हें 3 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।