Thailand: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद ने एक बार फिर उग्र रूप ले लिया है। हालात इस कदर बिगड़े कि थाईलैंड ने अपने उत्तर-पूर्वी सीमावर्ती प्रांतों के कुछ हिस्सों में मार्शल लॉ लागू करने का फैसला किया है। थाई सैन्य अधिकारियों द्वारा यह कदम हिंसा को नियंत्रित करने और नागरिक क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है, क्योंकि संघर्ष के कई नए केंद्र उभरते जा रहे हैं।
Thailand: 12 से अधिक स्थानों पर भीषण झड़पें
सीमा पर कम से कम 12 अलग-अलग स्थानों पर दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आ चुकी हैं। यह तनाव पिछले एक दशक में सबसे गंभीर सैन्य टकराव में से एक माना जा रहा है। सप्ताह की शुरुआत में भड़की हिंसा अब तक 16 लोगों की जान ले चुकी है और हजारों लोगों को उनके घर छोड़ने पर मजबूर कर चुकी है।
बातचीत के लिए तैयार है Thailand
मार्शल लॉ लागू किए जाने के बावजूद थाईलैंड ने कूटनीतिक समाधान की संभावना से इनकार नहीं किया है। थाई विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता निकोर्नदेज बालनकुरा ने कहा, “यदि कंबोडिया कूटनीतिक माध्यम से इस मुद्दे को सुलझाना चाहता है, तो हम तैयार हैं।” उन्होंने स्पष्ट किया कि थाईलैंड प्राथमिकता के रूप में द्विपक्षीय समाधान चाहता है, हालांकि उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यदि दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का संगठन (ASEAN) वार्ता को प्रोत्साहित करता है, तो उसकी भूमिका स्वीकार्य होगी।
गौरतलब है कि थाईलैंड ने अमेरिका, चीन और मलेशिया जैसे देशों की मध्यस्थता के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है, यह कहते हुए कि यह मामला दोनों देशों के बीच सीधे सुलझाया जाना चाहिए।
Thailand: नागरिकों की मौत और आरोप-प्रत्यारोप
संघर्ष के कारण मानवीय संकट गहराता जा रहा है। थाईलैंड ने अब तक 15 नागरिकों की मौत की पुष्टि की है, जिनमें से 14 आम नागरिक हैं। वहीं कंबोडिया ने बताया कि एक नागरिक की मौत हुई है और पांच अन्य घायल हुए हैं। कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने थाई सेना पर क्लस्टर बमों के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए इसे युद्ध अपराध बताया है। हालांकि, इस दावे की स्वतंत्र पुष्टि अब तक नहीं हो पाई है।
सीमा के दोनों ओर भारी संख्या में लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े हैं। थाईलैंड के सिसाकेत और सुरिन प्रांतों से अब तक 1,38,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं कंबोडिया के ओडार मीन्चेई प्रांत में भी करीब 4,000 लोगों को घर छोड़कर भागना पड़ा है। थाई सीमा पर खींची गई तस्वीरों में देखा गया कि लोग अपने सामान के साथ लंबी कतारों में खड़े होकर सेना की निगरानी में ट्रकों में सवार हो रहे हैं।