Kamal Haasan: प्रख्यात अभिनेता और मक्कल निधि मय्यम (MNM) के संस्थापक कमल हासन ने आज संसद में अपनी नई पारी की शुरुआत की। उन्होंने शुक्रवार को राज्यसभा सांसद के रूप में तमिल भाषा में शपथ ग्रहण की, जिसे संसद में मौजूद सांसदों ने मेज थपथपाकर स्वागत किया। इस ऐतिहासिक क्षण के बाद, कमल हासन ने तमिलनाडु के लोगों की आवाज को दिल्ली तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
शपथ ग्रहण: एक नई शुरुआत
Kamal Haasan ने अपने शपथ ग्रहण समारोह से पहले कहा, “मैं आज संसद में अपनी उपस्थिति दर्ज करने जा रहा हूँ। एक भारतीय के रूप में, यह मेरा कर्तव्य है कि मैं अपने लोगों की सेवा करूँ।” उनकी यह बात उनके दृढ़ संकल्प और जिम्मेदारी की भावना को दर्शाती है। तमिल में शपथ लेते हुए उन्होंने अपनी सांस्कृतिक जड़ों और तमिलनाडु के प्रति अपनी गहरी निष्ठा को रेखांकित किया।
उन्होंने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “आज जब मैंने राज्यसभा में सांसद के रूप में शपथ ली, मेरा दिल विनम्रता और जिम्मेदारी के बोझ से भरा था। मैंने भारत के संविधान की रक्षा करने की शपथ ली है, न कि यह एक औपचारिकता है, बल्कि यह मेरे लिए एक पवित्र वचन है, जिसे मैं निष्ठा, साहस और विवेक के साथ निभाऊँगा।”
Kamal Haasan: तमिलनाडु की आवाज
कमल हासन ने अपने बयान में तमिलनाडु के लोगों के हितों को राष्ट्रीय मंच पर उठाने का वादा किया। उन्होंने कहा, “मैं तमिलनाडु की आवाज बनने का प्रयास करूँगा – स्पष्ट, करुणामयी और प्रतिबद्ध। मैं केवल एक समुदाय के लिए नहीं, बल्कि समग्र हित के लिए बोलूँगा। संकीर्ण लाभ के लिए नहीं, बल्कि राष्ट्रीय विकास के लिए।” यह बयान उनके व्यापक दृष्टिकोण और समावेशी राजनीति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उन्होंने तमिलनाडु की मिट्टी और वहाँ की संस्कृति को अपनी प्रेरणा बताया, जो कवियों, क्रांतिकारियों, विचारकों और सुधारकों की भूमि रही है। उन्होंने कहा, “यह क्षण केवल मेरा नहीं है। यह उन लोगों का है जिनकी आवाज मैं संसद के कक्षों तक ले जा रहा हूँ।”