Gen-Z में क्यों बढ़ रहा है 7-7-7 डेटिंग रूल, क्या हैं इसकी खूबियां? जानिए इसकी ABCD

What Is 7-7-7 Dating Rule: डेटिंग के दौरान हम अक्सर कुछ रिश्तों में जल्दबाजी कर लेते हैं, जो बाद में पछतावा का कारण बन सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक बहुत ही आसान तरीका है जिससे आप अपने रिश्ते को सही दिशा में ले जा सकते हैं?

जी हां, हम बात कर रहे हैं 7-7-7 रूल की, जो आपके रिश्ते को समझने और मजबूत करने में मदद कर सकता है। 7-7-7 रूल एक डेटिंग गाइडलाइन है, जिससे आप किसी नए रिश्ते को धीरे-धीरे समझ सकते हैं। इसका मतलब है:

पहले 7 दिन: जब आप पहली बार किसी से मिलते हैं, तो पहले 7 दिन में आप उसे अच्छे से देख सकते हैं। यह वक्त उसकी बातों, व्यवहार और बॉडी लैंग्वेज को समझने का है। इस समय आपको सामने वाले की आदतें और उसकी सोच को समझने का मौका मिलता है।

अगले 7 हफ्ते: पहले 7 दिनों के बाद, अब आपके पास 7 हफ्ते हैं। इस दौरान आप एक-दूसरे को अच्छे से जान सकते हैं, नाइट आउट्स और डेट्स पर जा सकते हैं और यह देख सकते हैं कि आप दोनों की चॉइसेस और इंटरेस्ट्स कितने मेल खाते हैं।

अगले 7 महीने: जब आप 7 महीने तक एक-दूसरे को समझते हैं, तब यह वक्त होता है कि आप एक साथ वेकेशन पर जाएं और किसी नए पड़ाव पर पहुंचें। यहां तक पहुंचने के बाद, आप तय कर सकते हैं कि आप दोनों का रिश्ता भविष्य में कितना मजबूत हो सकता है।

7-7-7 रूल का पालन कैसे करें?
जब आप किसी से डेटिंग शुरू करते हैं, तो तुरंत कोई फैसला न लें। पहले 7 दिन में देखें कि आप दोनों के बीच कैसा तालमेल है। फिर अगले 7 हफ्ते में एक-दूसरे को और समझें, और 7 महीने तक रिलेशनशिप को सही से जानने के बाद किसी बड़े कदम की ओर बढ़ें।

क्या सभी के लिए काम करता है?
हर रिलेशनशिप अलग होती है, लेकिन ज्यादातर लोग इस रूल को अपनाकर अपने रिश्ते को बेहतर बना सकते हैं। यह धीरे-धीरे रिश्ते को मजबूत करता है और किसी भी गलतफहमी से बचाता है।